कानपुर: बाबूपुरवा थाना क्षेत्र में एक सिक्योरिटी गार्ड की पत्नी ने बीमारी से तंग आकर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। घटना मंगलवार रात की है। महिला पिछले एक साल से पेट की बीमारी से पीड़ित थी।

घटना का विवरण: बाबूपुरवा कॉलोनी निवासी नवल किशोर सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी करते हैं। उनके परिवार में पत्नी विमला देवी उर्फ कल्पना और बेटा नीतीश रहते हैं। नवल किशोर ने बताया कि उनकी पत्नी विमला पिछले एक-डेढ़ साल से पेट की बीमारी से बहुत परेशान थीं। उनका इलाज शहर के प्रतिष्ठित डॉक्टर विनय कुमार से चल रहा था। मंगलवार रात नवल किशोर ड्यूटी पर थे और बेटा नीतीश बाहर था। इसी दौरान विमला ने अकेला पाकर दुपट्टे का फंदा बनाकर पंखे से लटक कर फांसी लगा ली।

घटना की जानकारी: बेटा नीतीश जब घर पहुंचा तो उसने काफी देर तक कमरे का दरवाजा खटखटाया, लेकिन अंदर से कोई जवाब नहीं आया। खिड़की से झांक कर देखने पर उसने अपनी मां को फंदे से लटकते हुए देखा। इसके बाद नीतीश ने तुरंत पड़ोसियों और अपने पिता को सूचना दी। पड़ोसी इकट्ठा हो गए और किसी ने पुलिस को भी सूचना दे दी।

पुलिस कार्रवाई: सूचना मिलने पर बाबूपुरवा पुलिस और फॉरेंसिक टीम मौके पर पहुंची। उन्होंने कमरे का दरवाजा तोड़कर शव को फंदे से नीचे उतारा। कमरे के अंदर से एक सुसाइड नोट मिला, जिसमें विमला ने लिखा था कि वह पेट की बीमारी से बहुत परेशान थीं और इस कारण आत्महत्या कर रही हैं। उन्होंने अपने सुसाइड नोट में स्पष्ट किया कि इसमें उनके परिवार वालों का कोई दोष नहीं है।

इस घटना ने विमला के परिवार और पूरे इलाके को हिला कर रख दिया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है और कानूनी प्रक्रियाएं पूरी की जा रही हैं। विमला की आत्महत्या ने एक बार फिर से गंभीर बीमारियों के मानसिक और भावनात्मक प्रभावों की ओर ध्यान आकर्षित किया है।