मुख्यमंत्री योगी ने आम महोत्सव का किया शुभारंभ, बोले- अमेरिका में 900 रुपए किलो बिक रहा लखनऊ का दशहरी
लखनऊ, एजेंसी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तर प्रदेश इस साल जापान और मलेशिया को 40 टन आम निर्यात करेगा। 160 वर्ष के इतिहास में यह पहली बार हुआ है कि लखनऊ का दशहरी अमेरिका को निर्यात किया जा रहा है। भारत में दशहरी का दाम 60 से 100 रुपए के बीच है लेकिन यही दशहरी जब अमेरिका के मार्केट में पहुंचा तो इसका दाम 900 रुपए किलो हो गया है। यानी अगर हम ड्यूटी टैक्स, कार्गो और एयर फेयर का दाम भी जोड़ लें तो एक किलो आम अमेरिका भेजने की लागत 250-300 रुपए तक आ रही होगी, तब भी एक किसान एवं बागवान को एक किलो आम पर 600 रुपए की बचत होगी।
राजधानी लखनऊ के अवध शिल्प ग्राम में आम महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। शुक्रवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महोत्सव का शुभारंभ किया। 12 से 14 जुलाई तक चलने वाले इस महोत्सव में आम की विभिन्न प्रजातियों व उनके उत्पादों की आकर्षक प्रदर्शनी लगाई गई है। मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि पिछले 7-8 वर्षों से उत्तर प्रदेश सरकार आम महोत्सव आयोजित कर रही है। इस आयोजन में सरकार अपने प्रगतिशील किसानों और बागवानों को सम्मानित करती है। उत्तर प्रदेश के उत्पादित आम को हम न केवल देश में बल्कि दुनिया की मार्केट में पहुंचा सके इसके लिए प्रयास कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि आप सभी जानते हैं कि हमारी सामान्य भाषा में जिस फल का नाम आम होता है उस फल में प्रत्येक नागरिक की पहुंच का सहज अनुमान लगाया जा सकता है, वह आम है इसलिए सबके लिए सुलभ भी है और सबके लिए सरल भी है और सबके लिए उपयोगी भी है। अतः जो आम होगा, वही राजा भी होगा और इसीलिए फलों के राजा के रूप में आम को हम सबने महत्व दिया है।
तीन दिवसीय आम महोत्सव में उत्तर प्रदेश के अलावा अन्य प्रदेशों के किसान, बागवान, स्टेकहोल्डर, निर्यातक भी शामिल होंगे। आम महोत्सव-2024 में लगभग 800 से अधिक आम की प्रजातियों का प्रदर्शन किया जाएगा। आम से बने विभिन्न पकवान एवं व्यंजन प्रदर्शित किये जायेंगे। आम विविधता प्रदर्शनी में 120 से अधिक किस्मों के प्रदर्शन, आमंत्रण (क्रेता-विक्रेता बैठक), आम खाने की प्रतियोगिता, प्रशिक्षण सेमीनार विशेष आकर्षण होंगे।
विभिन्न प्रदेशों के किसान हुए शामिल
महोत्सव में लगभग 700 से अधिक आम की प्रजातियों का प्रदर्शन किया गया है। तीन दिवसीय इस कार्यक्रम में आम महोत्सव में यूपी के साथ ही मध्य प्रदेश, उत्तराखण्ड, छत्तीसगढ़, राजस्थान समेत कई राज्यों के आम के किसान पहुंचे हैं। इसके साथ ही अलग-अलग राज्यों के उद्यान प्रतिनिधि और आम की खेती करने वाले विशेषज्ञ भी पहुंचे हैं। कार्यक्रम में उद्यान, कृषि विपणन, कृषि विदेश व्यापार तथा कृषि निर्यात राज्य मंत्री (स्वतन्त्र प्रभार) दिनेश प्रताप सिंह, मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह, कृषि उत्पादन आयुक्त डा. देवेश चतुर्वेदी सहित अन्य गणमान्य लोग मौजूद थे।
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि उत्तर प्रदेश के बागवान केवल 3.15 लाख हेक्टेयर क्षेत्रफल में 58 लाख मीट्रिक टन आम का उत्पादन करते हैं। देश के कुल आम उत्पादन का 25 से 30 प्रतिशत आम उत्पादन अकेले उत्तर प्रदेश में होता है। पिछले वर्ष उद्यान विभाग की टीम मास्को गई थी। इसमें लखनऊ और अमरोहा के किसान गए थे। वहां पर टीम ने आम महोत्सव का आयोजन किया था, जिसमें किसानों को आर्डर भी मिला था।
उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने भारत सरकार के सहयोग से प्रदेश के किसानों के लिए सहारनपुर, अमरोहा, लखनऊ और वाराणसी में चार पैक हाउस बनाए हैं। सीएम योगी ने कहा कि उत्तर प्रदेश आम उत्पादन में देश में अग्रणी है लेकिन अब हमें बढ़ती हुई आबादी के अनुरूप क्वांटिटी और क्वालिटी दोनों को बनाए रखने के लिए लगातार काम करना होगा। दुनिया के मार्केट में उत्तर प्रदेश का आम छा जाए इसके लिए हमें इस प्रकार के महोत्सव के माध्यम से जो जानकारी मिले उसको हमें अपने यहां लागू करना होगा।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तर प्रदेश इस साल जापान और मलेशिया को 40 टन आम निर्यात करेगा। 160 वर्ष के इतिहास में यह पहली बार हुआ है कि लखनऊ का दशहरी अमेरिका को निर्यात किया जा रहा है। भारत में दशहरी का दाम 60 से 100 रुपए के बीच है लेकिन यही दशहरी जब अमेरिका के मार्केट में पहुंचा तो इसका दाम 900 रुपए किलो हो गया है। यानी अगर हम ड्यूटी टैक्स, कार्गो और एयर फेयर का दाम भी जोड़ लें तो एक किलो आम अमेरिका भेजने की लागत 250-300 रुपए तक आ रही होगी, तब भी एक किसान एवं बागवान को एक किलो आम पर 600 रुपए की बचत होगी।
राजधानी लखनऊ के अवध शिल्प ग्राम में आम महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। शुक्रवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महोत्सव का शुभारंभ किया। 12 से 14 जुलाई तक चलने वाले इस महोत्सव में आम की विभिन्न प्रजातियों व उनके उत्पादों की आकर्षक प्रदर्शनी लगाई गई है। मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि पिछले 7-8 वर्षों से उत्तर प्रदेश सरकार आम महोत्सव आयोजित कर रही है। इस आयोजन में सरकार अपने प्रगतिशील किसानों और बागवानों को सम्मानित करती है। उत्तर प्रदेश के उत्पादित आम को हम न केवल देश में बल्कि दुनिया की मार्केट में पहुंचा सके इसके लिए प्रयास कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि आप सभी जानते हैं कि हमारी सामान्य भाषा में जिस फल का नाम आम होता है उस फल में प्रत्येक नागरिक की पहुंच का सहज अनुमान लगाया जा सकता है, वह आम है इसलिए सबके लिए सुलभ भी है और सबके लिए सरल भी है और सबके लिए उपयोगी भी है। अतः जो आम होगा, वही राजा भी होगा और इसीलिए फलों के राजा के रूप में आम को हम सबने महत्व दिया है।
तीन दिवसीय आम महोत्सव में उत्तर प्रदेश के अलावा अन्य प्रदेशों के किसान, बागवान, स्टेकहोल्डर, निर्यातक भी शामिल होंगे। आम महोत्सव-2024 में लगभग 800 से अधिक आम की प्रजातियों का प्रदर्शन किया जाएगा। आम से बने विभिन्न पकवान एवं व्यंजन प्रदर्शित किये जायेंगे। आम विविधता प्रदर्शनी में 120 से अधिक किस्मों के प्रदर्शन, आमंत्रण (क्रेता-विक्रेता बैठक), आम खाने की प्रतियोगिता, प्रशिक्षण सेमीनार विशेष आकर्षण होंगे।
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि उत्तर प्रदेश के बागवान केवल 3.15 लाख हेक्टेयर क्षेत्रफल में 58 लाख मीट्रिक टन आम का उत्पादन करते हैं। देश के कुल आम उत्पादन का 25 से 30 प्रतिशत आम उत्पादन अकेले उत्तर प्रदेश में होता है। पिछले वर्ष उद्यान विभाग की टीम मास्को गई थी। इसमें लखनऊ और अमरोहा के किसान गए थे। वहां पर टीम ने आम महोत्सव का आयोजन किया था, जिसमें किसानों को आर्डर भी मिला था।
उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने भारत सरकार के सहयोग से प्रदेश के किसानों के लिए सहारनपुर, अमरोहा, लखनऊ और वाराणसी में चार पैक हाउस बनाए हैं। सीएम योगी ने कहा कि उत्तर प्रदेश आम उत्पादन में देश में अग्रणी है लेकिन अब हमें बढ़ती हुई आबादी के अनुरूप क्वांटिटी और क्वालिटी दोनों को बनाए रखने के लिए लगातार काम करना होगा। दुनिया के मार्केट में उत्तर प्रदेश का आम छा जाए इसके लिए हमें इस प्रकार के महोत्सव के माध्यम से जो जानकारी मिले उसको हमें अपने यहां लागू करना होगा।