अवैध संबंध में पत्नी-बेटे को जहर देकर मार डाला
कानपुर। कानपुर में एक महिला की संदिग्ध हालात में मौत और फिर उसके 8 साल के बेटे की मौत ने हड़कंप मचा दिया है। 4 साल की बेटी की हालत गंभीर है और वह अस्पताल में इलाज करा रही है। महिला के सास-ससुर का आरोप है कि उनके दामाद ने अवैध संबंधों के चलते पत्नी की हत्या की और फिर बेटे को भी जहर देकर मार डाला।
घटना का विवरण
धर्मेंद्र कश्यप, जो कानपुर के कश्यप नगर में ई-रिक्शा चलाता है, की पत्नी विनीता कश्यप (28) की 11 जुलाई की रात को संदिग्ध हालात में मौत हो गई थी। विनीता की मौत के बाद उनके बेटे शनि (8) ने पुलिस को गवाही दी थी कि उनके पिता ने उनकी मां को पहले मारा और फिर गला दबाकर हत्या कर दी। इस गवाही के आधार पर पुलिस ने धर्मेंद्र को हिरासत में लिया था, लेकिन पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में मौत की वजह साफ नहीं हो सकी थी, इसलिए बिसरा रिपोर्ट आने तक धर्मेंद्र को छोड़ दिया गया।
बेटे और बेटी की स्थिति
विनीता की मौत के अगले दिन उनके बेटे शनि की तबीयत खराब हो गई और उसकी भी मौत हो गई। 4 साल की बेटी प्रीति की हालत गंभीर है और वह हैलट अस्पताल के बाल रोग विभाग में भर्ती है। नानी रामदुलारी ने आरोप लगाया कि दामाद ने अवैध संबंधों के चलते पहले उनकी बेटी की हत्या की और फिर गवाही देने से नाराज होकर बच्चों को जहर दे दिया।
परिवार की मांग
रामदुलारी का कहना है कि अब वह अपनी नातिन प्रीति को अपने पास ही रखेंगी, क्योंकि उन्हें दामाद पर भरोसा नहीं है। उन्होंने पुलिस से सख्त कार्रवाई की मांग की है और कहा है कि उनकी बेटी और नाती की मौत के लिए दामाद जिम्मेदार है। परिवार का आरोप है कि पुलिस की लापरवाही के चलते ही यह स्थिति उत्पन्न हुई है।
पुलिस की प्रतिक्रिया
कल्याणपुर पुलिस ने बताया कि बिसरा रिपोर्ट आने के बाद ही विनीता की मौत का कारण साफ हो सकेगा। इस वजह से धर्मेंद्र को बिना कोई कार्रवाई किए छोड़ दिया गया था। महिला के शरीर पर पिटाई के निशान मिले थे, लेकिन पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में स्पष्ट कारण नहीं मिलने के कारण कार्रवाई नहीं हो सकी। अब पुलिस धर्मेंद्र की तलाश कर रही है, जो बेटे की मौत के बाद से फरार है।
निष्कर्ष
यह घटना न केवल एक परिवार के लिए त्रासदी है, बल्कि यह पुलिस और प्रशासन की लापरवाही को भी उजागर करती है। पीड़ित परिवार ने अपने बच्चों की सुरक्षा और न्याय की मांग की है, और यह सुनिश्चित करने की आवश्यकता है कि दोषियों को सख्त से सख्त सजा मिले ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।