चौपाल संवाद, खखरेरू (फतेहपुर)। सूबे के योगी सरकार के स्वास्थ्य मंत्री बृजेश पाठक के निर्देशों के बावजूद, सरकारी डॉक्टरों द्वारा प्राइवेट प्रैक्टिस करने के आरोप लग रहे हैं। सीएचसी अधीक्षक पर भी प्राइवेट प्रैक्टिस का आरोप लगाया गया है, जिसके कारण उनकी गहनता से जांच होनी चाहिए।
शिकायती पत्र में क्या कहा गया? वार्ड नं 8 अहिल्या बाई नगर के जीतू शुक्ला ने भाजपा नेता व पिछड़ा मोर्चा के जिला उपाध्यक्ष जन सेवक राजेश सिंह को शिकायती पत्र दिया है। पत्र में उन्होंने आरोप लगाया कि सात जून को उनके साथ हुए हमले में गंभीर चोटें आईं थीं, लेकिन सीएचसी इंचार्ज राजू राव ने स्थानीय नेता के दबाव में उनका सिटी स्कैन नहीं लिखा। इसी तरह, संदीप पाल जो लक्ष्मीबाई नगर का निवासी है, जिसके सिर में गंभीर चोटें आईं थीं और उसकी हड्डी टूटी थी, उसका भी सिटी स्कैन नहीं लिखा गया था।
सीएचसी इंचार्ज पर आरोप: शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया कि सीएचसी इंचार्ज राजू राव स्थानीय नेता के दबाव में मेडिकल में लापरवाही बरत रहे हैं। उन्होंने यह भी बताया कि राजू राव शिवपुरी गांव में एक निजी अस्पताल चलाते हैं, जिससे गरीब जनता के पैसे वसूलने का काम किया जाता है। शिकायतकर्ता ने बताया कि सीएचसी में दलाली का अड्डा बन चुका है और गरीब मरीजों को न्याय व मुफ्त सेवाएं बेहतर नहीं मिल पा रही हैं।
शिकायतकर्ता की मांगें: शिकायतकर्ता ने शासन के निर्देशानुसार, सीएचसी इंचार्ज राजू राव को अधीक्षक पद से हटाकर सीनियर डॉक्टर को अधीक्षक बनाने और राजू राव को सीएचसी खखरेरू से स्थानांतरित करने की मांग की, जिससे गरीब मरीजों को न्याय व बेहतर सेवाएं मिल सकें।
भाजपा नेता का प्रतिक्रिया: भाजपा नेता जनसेवक राजेश सिंह ने बताया कि मामला संज्ञान में आया है और वह इसकी शिकायत अपने लेटर पैड पर लिखकर मुख्यमंत्री को देकर पीड़ित को न्याय दिलाने का प्रयास करेंगे।