कानपुर: जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज की जूनियर डॉक्टर से छेड़छाड़ के मामले में उर्सला अस्पताल के डॉक्टर केएन कटियार को विभागीय जांच में दोषी पाया गया है। डॉक्टर कटियार पर आरोप है कि वह मेडिकल कॉलेज की जूनियर डॉक्टर का कई दिनों से पीछा कर रहा था और 13 अगस्त को उसका पीछा करते हुए हॉस्टल तक पहुंच गया था। इस घटना की शिकायत पर सीएमओ ने तीन सदस्यीय जांच कमेटी बनाई थी, जिसने डॉक्टर को दोषी पाते हुए सख्त कार्रवाई की सिफारिश की है।
उर्सला के निदेशक डॉ. एचडी अग्रवाल ने भी प्रमुख सचिव को पत्र लिखकर डॉक्टर केएन कटियार के निष्कासन की मांग की है। डॉक्टर कटियार लगातार मोबाइल और व्हाट्सएप के जरिए जूनियर डॉक्टर से संपर्क करता था और उसे परेशान करता था। जेआर ने शिकायत की थी कि डॉक्टर कई बार उसका पीछा करता था और हॉस्टल में आकर दरवाजे पर हंगामा किया था।
इसके बाद, प्राचार्य डॉ. संजय काला ने इसकी शिकायत सीएमओ से की थी। सीएमओ की बनाई तीन सदस्यीय कमेटी ने गुरुवार को रिपोर्ट सौंपते हुए डॉक्टर को दोषी पाया है। डॉ. रिचा गिरी, उप प्राचार्य, ने कहा कि डॉक्टर पर पहले से ही कमेटी बनी हुई थी और उसी आधार पर कार्रवाई की जाएगी। सीएमओ डॉ. आलोक रंजन ने बताया कि मामले की रिपोर्ट जल्द मिलने पर कार्रवाई की जाएगी।
महिला डॉक्टर के साथ छेड़छाड़ के मामले में डॉक्टर का व्यवहार और भी गंभीर पाया गया है। आरोप है कि डॉक्टर शराब पीकर ओटी में आता था और महिला कर्मचारियों पर भद्दे कमेंट करता था। महिला डॉक्टर और नर्सों ने बताया कि डॉक्टर उन पर गंदी नजर रखता था और मानसिक रूप से परेशान करता था। डॉक्टर कहता था, “तुम जहां जाओगी, मैं वहां पहुंच जाऊंगा,” जिससे महिला डॉक्टर मानसिक रूप से तनाव में थीं।
इस पूरे मामले के बाद दो और जूनियर डॉक्टरों ने भी डॉक्टर के खिलाफ शिकायत की है। अस्पताल में डॉक्टर के इस व्यवहार के विरोध में सीएमएस ने निदेशक को पत्र लिखा और निदेशक ने प्रमुख सचिव को पत्र लिखकर डॉक्टर को निष्कासित करने की मांग की है।