उन्नाव, एजेंसी। उत्तर प्रदेश के उन्नाव में बुधवार सुबह 5.15 बजे डबल डेकर बस और टैंकर की टक्कर हो गई। हादसे में बस सवार 18 यात्रियों की मौत हो गई और 19 घायल हैं। मृतकों में 14 पुरुष, 2 महिलाएं और 2 बच्चे हैं। बस बिहार के सीवान से दिल्ली जा रही थी। हादसा लखनऊ-आगरा एक्सप्रेसवे पर बांगरमऊ कोतवाली के पास हुआ। टक्कर इतनी भीषण थी कि बस की ड्राइवर साइड की बॉडी पूरी तरह अलग हो गई। यात्री बाहर गिर गए और उनकी वहीं मौत हो गई। हादसे के वीडियो सामने आए हैं, जिनमें दिख रहा है कि सड़क पर लाशें बिखरी पड़ी हैं। लाशों को देखकर एक पुलिसकर्मी बेहोश हो गया।
पुलिस ने बताया कि दूध के टैंकर को ओवरटेक करने के दौरान बस बेकाबू होकर टैंकर को टक्कर मारते हुए पलट गई। डीएम गौरांग राठी ने बताया कि बस में 57 यात्री सवार थे, जिनमें से करीब 20 यात्री सुरक्षित हैं। 18 मृतकों में अभी 16 की शिनाख्त नहीं हुई है। 19 घायलों को उन्नाव जिला अस्पताल में भर्ती किया गया है। 5 गंभीर घायलों को लखनऊ ट्रामा सेंटर रेफर किया गया है।
बस का कागजों में दर्ज पता फर्जी, एफआईआर होगी
पुलिस की शुरुआती जांच में पता चला है कि बस का कागजों में दर्ज महोबा का पता फर्जी है। दिल्ली का रहने वाला चंदन जायसवाल पहाड़गंज से बसों को संचालित कर रहा था। जांच में बस का परमिट और बीमा भी नहीं मिला। बांगरमऊ सीओ अरविंद चौरसिया ने बताया कि बिहार के शिवहर जिले से ‘नमस्ते बिहार’ नामक बस चलती है। 22 सुरक्षित लोगों को अन्य बस से रवाना किया जा रहा है। कड़ी ने मामले पर संज्ञान लेते हुए एफआईआर के निर्देश दिए हैं। उन्नाव सीएमओ सत्यप्रकाश ने बताया कि पोस्टमॉर्टम के लिए लखनऊ बलरामपुर से 5 डॉक्टरों की टीम आई है। एक घायल को कानपुर रेफर किया गया, जबकि 5 घायलों को लखनऊ रेफर किया गया है।
यात्रियों की गवाही
बस में सवार यात्री मोहम्मद उर्स ने बताया, “मैं बिहार के शिवहर का रहने वाला हूँ। हादसे के वक्त सो रहा था, तभी जोरदार आवाज हुई। ऐसा लगा भूकंप आ गया। मैं बस की दूसरी साइड बैठा था, बाल-बाल बच गया। मेरे हाथ में चोट आई है।” एक अन्य घायल प्रदीप ने बताया कि हम सो रहे थे। कुछ समझ नहीं पाए। जब आंख खुली तो सब सड़क पर पड़े थे। टक्कर बहुत भीषण थी। हम लोग दूसरी तरफ बैठे थे, इसलिए बच गए।
रास्ते में दो जगह रोकी बस, हमारे 6 लोगों का पता नहीं
बस हादसे में दिलशाद और साहिल, दोनों सगे भाई, भी घायल हैं। उन्होंने बताया कि मंगलवार दोपहर डेढ़ बजे बस बिहार के शिवहर से माता-पिता, भाई-बहन समेत परिवार के 8 लोगों के साथ बस से रवाना हुए थे। बस चालक ने रास्ते में दो जगह पर बस को रोका। वह लगातार बस दौड़ा रहा था। हमारे परिवार के 6 लोगों का कुछ पता नहीं चल सका है। घायल हैं या मर गए, कोई सही जानकारी नहीं दे रहा है।
प्रशासन ने हेल्पलाइन नंबर जारी किए
उन्नाव डीएम गौरांग राठी ने बताया, “हेल्पलाइन नंबर जारी कर दिए गए हैं। घायल बांगरमऊ सीएचसी में एडमिट हैं। गंभीर घायलों को लखनऊ ट्रॉमा सेंटर रेफर किया जा रहा है। हमारे पास इलाज के लिए पर्याप्त व्यवस्था है। हम जल्द से जल्द सभी आवश्यक कार्रवाई करेंगे।”
हादसे की वजह ओवरस्पीड
एसीपी सिद्धार्थ शंकर मीणा ने बताया, “बस की जांच की जा रही है। हादसे की वजह ओवरस्पीड बताई जा रही है। एक्सीडेंट के बाद एक्सप्रेसवे पर जाम लग गया था। क्रेन से दोनों वाहनों को हटाया गया।”
यात्री बोले- ड्राइवर से कहा था धीमे चलाओ, लेकिन नहीं माना
हादसे में बस सवार 22 यात्री सुरक्षित हैं, कुछ को हल्की चोट आई है। प्रशासन इन्हें दूसरी बस से घर भेजने का इंतजाम कर रहा है। पुलिस पूछताछ में उन्होंने बताया कि ड्राइवर बस को बहुत तेज चला रहा था। कई यात्रियों ने मना किया, लेकिन वह नहीं माना। रात के वक्त ज्यादातर यात्री सो गए। इसके बाद उसने स्पीड फिर से तेज कर दी। वह जल्दी से जल्दी दिल्ली पहुंचना चाहता था। पुलिस ने बताया कि बस का नंबर यूपी का है। बस ऑपरेटर का पता लगाया जा रहा है।
मृतकों के परिजन को 2 लाख का मुआवजा
हादसे पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने दुख जताया। उन्होंने कहा, “जिन लोगों ने अपनों को खोया है, उनके प्रति संवेदनाएं। ईश्वर उन्हें इस कठिन समय में संबल प्रदान करे। राज्य सरकार की देखरेख में स्थानीय प्रशासन पीड़ितों की हर संभव मदद में जुटा है।” प्रधानमंत्री ने मृतकों के परिजन को 2-2 लाख का मुआवजा और घायलों को 50 हजार की मदद का ऐलान किया है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने भी हादसे पर दुख जताया है।