गोण्डा। प्रदेश सरकार ने ‘हर घर तिरंगा’ अभियान के तहत 178 स्वयं सहायता समूहों को 3.50 लाख तिरंगे तैयार करने की जिम्मेदारी सौंपी है। इस अभियान का उद्देश्य नागरिकों में स्वतंत्रता और राष्ट्रप्रेम की भावना को जागरूक करना है। जनपद गोण्डा को 3,49,445 तिरंगे तैयार करने का लक्ष्य दिया गया है, जिसे 178 स्वयं सहायता समूहों की 450 महिलाएं पूरा कर रही हैं। इन महिलाओं ने झंडा निर्माण के लिए विशेष प्रशिक्षण प्राप्त किया है और वे मानक प्रक्रियाओं का पालन करते हुए तिरंगे बना रही हैं।
मुख्य विकास अधिकारी श्रीमती एम. अरून्मोली ने बताया कि अब तक 77,000 से ज्यादा झंडों का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है। जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने कहा है कि इस अभियान का उद्देश्य तिरंगे का वितरण सुनिश्चित करने के साथ-साथ जनपदवासियों में स्वतंत्रता संग्राम की भावना और राष्ट्रभक्ति को प्रोत्साहित करना भी है। प्रत्येक गांव और पंचायत स्तर पर तिरंगा फहराने और देशभक्ति के कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे, जिससे हर नागरिक के मन में राष्ट्रीय गर्व और स्वतंत्रता के प्रतीकों के प्रति सम्मान जागृत हो सके।
- प्रत्येक नागरिक को अपने आवास, स्कूल तथा सरकारी कार्यालयों में झण्डा सम्मान के साथ फहराना या लगाना है।
- झण्डा फहराते समय केसरिया रंग की पट्टी झण्डे के ऊपर की तरफ होनी चाहिए।
- सरकारी परिसर में झण्डा सूर्योदय के उपरांत फहराया जाना चाहिए और सूर्यास्त के साथ ही सम्मान के साथ उतारना चाहिए।
- 13 से 15 अगस्त, 2024 तक निजी आवासों और प्रतिष्ठानों पर लगाए गए झण्डों को आदर के साथ उतार कर सुरक्षित रखा जाएगा।
- झण्डा उतारने के बाद किसी भी नागरिक द्वारा इसे फेंका नहीं जाएगा; उसे सम्मान के साथ फोल्ड करके रखा जाना चाहिए।
- विशेष परिस्थितियों में झण्डा रात्रि में फहराया जा सकता है।
- हर घर पर झण्डा विधिवत् तरीके से लगाया जाना चाहिए। आधा झुका या कटा झण्डा लगाया जाना निषेध है।