कानपुर। सावन के दूसरे सोमवार और कांवड़ यात्रा को देखते हुए रामादेवी एलिवेटेड हाईवे या सर्विस लेन से लखनऊ और गोरखपुर जाने वाले भारी वाहनों के रूट का डायवर्जन किया गया है। ये वाहन बदले रास्ते फतेहपुर की तरह घूमकर पूर्वांचल एक्सप्रेस वे से गोरखपुर की तरफ जा सकेंगे। ट्रैफिक डायवर्जन सुबह 8 बजे से प्रभावी होकर दो अगस्त की रात 12 बजे तक रहेगा। डीसीपी ट्रैफिक आरती सिंह ने बताया कि इमरजेंसी सर्विस जैसे एंबुलेंस, फायर ब्रिगेड और दैनिक चीजों की सप्लाई वाले वाहनों की आवाजाही पूर्ववत रहेगी।
इस तरह रहेगा ट्रैफिक डायवर्जन
आगरा से गोरखपुर की ओर आने वाले भारी वाहनों को भोगनीपुर से घाटमपुर होते हुए चौडगरा की ओर डायवर्जन किया गया है। चौडगरा से आने वाले भारी वाहन जिन्हें कानपुर नगर होते हुए लखनऊ एवं गोरखपुर की ओर जाना है, उन्हें रायबरेली से जगदीशपुर से पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे से गोरखपुर एवं लखनऊ की ओर डायवर्ट किया गया है। कानपुर देहात की तरफ से आने वाले वाहन कानपुर से फतेहपुर हसनगंज थाना से पहले गंगा पुल थाना सरेनी रायबरेली लालगंज कस्बा से गुरूबक्सगंज बछरावां शिवगढ़ होते हुए हैडरगढ़ से पूर्वांचल एक्सप्रेस वे से गोरखपुर जा सकते हैं।
आयोजन के दौरान यदि कोई वाहन इसके बीच में किसी स्थान पर जाने के लिए पर्याप्त प्रमाण देगा तो उसे परिस्थितियों को देखते हुए जाने की अनुमति प्रदान की जाएगी।
इस वजह से किया गया है डायवर्जन
इस वर्ष श्रावण मास के दौरान पड़ने वाले दूसरे सोमवार दिनांक 29 जुलाई को और श्रावण शिवरात्रि दिनांक 2 अगस्त को मनाए जाने के चलते अन्य जनपदों से श्रद्धालुओं के विभिन्न स्थानों से गंगा नदी से जल लाकर शिवालयों/मंदिरों में जलाभिषेक तथा पूजा अर्चना की जानी है। इसी के तहत अयोध्या नया घाट (सरयू नदी) से जल लेकर लगभग 5 लाख श्रद्धालु 75 किमी की यात्रा करके जनपद बस्ती में थाना कोतवाली क्षेत्रान्तर्गत स्थित भदेश्वनाथ मंदिर में जल चढ़ाने आते हैं। जनपद बस्ती से अयोध्या जाने वाले कांवरियों का लगभग 85-90 किमी का मार्ग 36-48 घंटों तक सभी प्रकार के वाहनों के आवागमन से प्रतिबन्धित रहता है। इन परिस्थितियों को देखते हुए उक्त दिनांक को ट्रैफिक डायवर्जन किया गया है।