मुख्यमंत्री ने कहा कि “राम नाम बोलना कहां से सांप्रदायिक हो गया? विपक्ष सत्य पर पर्दा डालने की कोशिश कर रहा है। बाबरनामा भी यह कहता है कि मंदिर को तोड़कर ही मस्जिद बनाई गई थी।” उन्होंने कहा कि संभल घटना के दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा और दूध का दूध, पानी का पानी हो जाएगा।
सीएम योगी ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि 1982, 1986, 1990, 1992, और 1996 में लगातार दंगे होते रहे और 209 निर्दोष हिंदुओं की हत्या हुई। लेकिन किसी ने उनके बारे में कुछ नहीं कहा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मुस्लिम त्योहार शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हो जाते हैं, लेकिन दंगे उन्हीं क्षेत्रों में होते हैं, जहां मुस्लिम आबादी होती है। उन्होंने सवाल किया कि “भगवा झंडा क्यों नहीं लग सकता? शोभायात्रा मस्जिद के सामने से क्यों नहीं निकल सकती?”
उन्होंने कहा कि पिछले साढ़े सात वर्षों में सभी पर्व शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हुए। 2025 में यूपी को वैश्विक समागम का अवसर मिलने वाला है और सरकार की दंगों और दंगाइयों के प्रति जीरो टॉलरेंस नीति है।
मुख्यमंत्री ने समान नागरिक संहिता (UCC) की वकालत करते हुए कहा कि यह बहुसंख्यक समाज की मांग है और इसमें कोई बुराई नहीं है। उन्होंने विपक्ष पर सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट के फैसलों को रोकने के आरोप लगाए।
सीएम योगी ने कुंदरकी, फूलपुर और अन्य क्षेत्रों में भाजपा की जीत को सनातन धर्म की जीत बताया और कहा कि “यह जीत हमारे सांस्कृतिक और सामाजिक मूल्यों की रक्षा का प्रतीक है।”