फतेहपुर। जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान में दो दिवसीय नवाचार मेला एवं नॉलेज शेयरिंग कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य विकास अधिकारी पवन कुमार मीना ने फीता काटकर और दीप प्रज्ज्वलित कर किया। इस मौके पर डायट प्राचार्य ने मुख्य विकास अधिकारी को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया, और डायट के प्रशिक्षुओं ने अतिथि का रोली चन्दन लगाकर स्वागत किया।
कार्यक्रम के पहले दिन सभी ब्लॉकों के प्राथमिक और माध्यमिक विद्यालयों के सहायक अध्यापकों द्वारा नवाचार के विभिन्न क्षेत्रों से संबंधित प्रोजेक्ट, मॉडल और बेस्ट प्रैक्टिसेस की प्रदर्शनी लगाई गई, जिसका मुख्य विकास अधिकारी ने अवलोकन किया। उन्होंने अध्यापकों द्वारा निर्मित मॉडलों और प्रोजेक्ट्स के बारे में विस्तार से जानकारी ली और उन्हें इस प्रयास के लिए प्रोत्साहित किया।
मुख्य विकास अधिकारी पवन कुमार मीना ने अपने संबोधन में कहा कि नवाचार का मुख्य उद्देश्य शिक्षा के क्षेत्र में तैयार किए गए नवाचारों और प्रैक्टिसेस को अधिकाधिक लोगों तक पहुंचाना है। उन्होंने शिक्षक की भूमिका को महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि बच्चों को अपना बच्चा समझकर शिक्षा देनी चाहिए, क्योंकि बच्चों के भविष्य निर्माण से ही देश का विकास संभव है। शिक्षा और स्वास्थ्य में सुधार की आवश्यकता को रेखांकित करते हुए उन्होंने कहा कि मानसिक और शारीरिक रूप से स्वस्थ बच्चे ही अपने और देश के भविष्य निर्माण में योगदान दे सकते हैं।
डायट प्राचार्य संजय कुशवाहा ने जानकारी दी कि प्रदर्शनी के मूल्यांकन के लिए तीन सदस्यीय टीम गठित की गई है, जिसमें ईशनारायण द्विवेदी, अल्ताब आलम, और डॉ० मनीष कुमार दुबे शामिल हैं। टीम ने सभी प्रतिभागियों के नवाचार और बेस्ट प्रैक्टिसेस का मूल्यांकन किया। इस अवसर पर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी भारती त्रिपाठी, कार्यक्रम संयोजक विनय कुमार मिश्रा, और डायट के संकाय सदस्य उपस्थित रहे।