नई दिल्ली, (एजेंसी)। केंद्रीय गृह मंत्री और भाजपा नेता अमित शाह ने वरिष्ठ कांग्रेस नेता भूपिंदर सिंह हुड्डा के ‘हरियाणा मांगे हिसाब’ अभियान पर कटाक्ष किया और इसे एक दशक का कुशासन और हरियाणा की प्रगति में बाधा करार देते हुए इसके लिए जवाबदेही की मांग की। अमित शाह ने कहा, ‘‘बनिया का बेटा हूं, पाई-पाई का हिसाब लेके चलता हूं।’’ कांग्रेस पर पलटवार करते हुए शाह ने कहा कि आप नौकरियों में भ्रष्टाचार, जातिवाद फैलाने, उत्पीड़ितों के साथ अन्याय और भाई-भतीजावाद का हिसाब दें।

उन्होंने कहा, “मैं आपको चुनौती देता हूं- हमारे दस साल और अपने दस साल का हिसाब लेकर जनता के बीच जाइए। आप हमारे से क्या हिसाब मांगेंगे। प्रदेश की जनता कांग्रेस से हिसाब मांग रही है। आपको क्या हिसाब चाहिए? हम आपको चीजों का हिसाब देंगे और हरियाणा की जनता कांग्रेस से हिसाब मांगेगी।” अमित शाह ने भाजपा कार्यकर्ताओं सहित जनता से कांग्रेस के 10 साल के कार्यकाल के दौरान विकास परियोजनाओं के लिए आवंटित धन के ऑडिट की मांग करने का भी आग्रह किया।

सोमवार को, कांग्रेस ने आगामी विधानसभा चुनावों की तैयारी के लिए बेरोजगारी और कानून व्यवस्था जैसे मुद्दों पर सत्तारूढ़ भाजपा की आलोचना करने पर ध्यान केंद्रित करते हुए ‘हरियाणा मांगे हिसाब’ अभियान शुरू किया था। 29 जून को पंचकुला में पार्टी की विस्तारित राज्य कार्यकारिणी बैठक में भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं को संबोधित करने के बाद, अमित शाह ने एक महीने के भीतर मंगलवार को हरियाणा की अपनी दूसरी यात्रा की।

हरियाणा के महेंद्रगढ़ में ‘पिछड़ा वर्ग सम्मान सम्मेलन’ में बोलते हुए, भाजपा नेता अमित शाह ने राज्य और केंद्र दोनों स्तरों पर पिछले कांग्रेस प्रशासन की आलोचना की। उन्होंने आरोप लगाया कि 2004 से 2014 तक इन सरकारों ने हरियाणा में विकास परियोजनाओं के लिए केवल ₹41,000 करोड़ आवंटित किए। इसके विपरीत, शाह ने इस बात पर प्रकाश डाला कि भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार, जो अपने ‘डबल इंजन’ दृष्टिकोण के लिए जानी जाती है, ने राज्य में विकास के लिए ₹2.59 लाख करोड़ रुपये प्रदान किए हैं।

अमित शाह ने कांग्रेस पर पिछड़ा वर्ग विरोधी होने का आरोप लगाते हुए कहा कि अगर पार्टी को हरियाणा में सत्ता मिली तो वह पिछड़े वर्गों को मिलने वाला आरक्षण छीन लेगी और उसकी जगह मुसलमानों को आवंटित कर देगी।