कानपुर। कानपुर में चुन्नीगंज स्थित एपी फैनी कंपाउंड की 400 वर्गगज जमीन सलीम बिरयानी ने महज 3.50 लाख रुपये में 30 साल के लिए लीज पर ली है। यहां पर कोई कारखाना खोलने के लिए सलीम ने 2018-19 में जमीन ली थी। यह खुलासा हिरासत में लिए गए खुद सलीम ने किया है। एसआईटी को सलीम से पूछताछ में 12 से ज्यादा लोगों के अलावा कुछ और जानकारियां मिली हैं। उसके व उसके परिवार के सात बैक खातों समेत करीबियों के पांच खातों का पता चला है। इनका सत्यापन किया जा रहा है। साथ ही यह भी जांच की जाएगी कि इतने कम दाम पर बेशकीमती जमीन की लीज मिल कैसे गई। राजस्व विभाग से दस्तावेज की जांच भी कराई जाएगी। एसीपी कर्नलगंज तेज बहादुर सिंह और कर्नलगंज थाना प्रभारी रविंद्र श्रीवास्तव ने बेकनगंज थानाध्यक्ष मतीन खान की मदद से सलीम बिरयानी को बुधवार रात पूछताछ के लिए हिरासत में लिया था। पूछताछ में उसने लीज पर जमीन लेने की बात स्वीकार की है। जमीन पर चार अलग-अलग गुटों का झगड़ा है। इसमें वर्ष 2020-21 में जॉनसन टी जॉन ने सलीम बिरयानी समेत 12 से ज्यादा लोगों पर रिपोर्ट दर्ज कराई थी। इस मामले में सलीम हाईकोर्ट गया था। वहां से उसे राहत मिली थी। तत्कालीन एसएसपी डॉ. प्रीतिंदर सिंह ने जमीन पर काम नहीं होने दिया था। इससे उनकी व्यक्तिगत पेशी हाईकोर्ट में हुई थी। इसी जमीन से जुड़े एक मामले में सलीम ने कोतवाली में जॉनसन टी जॉन समेत अन्य पर मुकदमा दर्ज कराया था। इसकी विवेचना वर्तमान में मूलगंज थाने से हो रही है। एडीसीपी ने कहा कि इन मामलों के दस्तावेज लिए जा रहे हैं, जो तथ्य सामने आएंगे, उसके मुताबिक कार्रवाई की जाएगी। एडीसीपी सेंट्रल ने बताया कि 400 वर्गगज जमीन लीज पर लेने में सलीम का नाम है। साथ ही एक अन्य जमीन की खरीद फरोख्त में गवाह है। जमीन लीज पर लेने के लिए इसने 3.50 लाख रुपये द चर्च ऑफ इंडिया के खाते में जमा किए थे। जिस जमीन में यह गवाह है, उसका पैसा भी द चर्च ऑफ इंडिया के खाते में गया था। इसके बाद वर्ष 2022 में लखनऊ की संस्था चर्च ऑफ इंडिया के ट्रस्ट्री अनिल कुमार ने सलीम को पूरी जमीन का केयर टेकर भी बना दिया था। एडीसीपी सेंट्रल महेश कुमार ने बताया कि सलीम एपी फैनी कंपाउंड मामले में नामजद नहीं है, लेकिन जमीन की खरीद-फरोख्त में नाम आया है। सलीम को पूछताछ के लिए लाया गया है। उससे अभी पूछताछ चलती रहेगी। उसने 12 से ज्यादा के लोगों नाम बताए हैं। इसमें कुछ सफेदपोश भी हैं।