पंजाब (एजेंसी)। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने जालंधर पश्चिम में हुए उपचुनाव से पहले किए गए वादे के अनुसार आम आदमी पार्टी (AAP) के उम्मीदवार मोहिंदर भगत को मंत्रिमंडल में शामिल किया। कैबिनेट फेरबदल के तहत चार अन्य नेताओं—बरिंदर कुमार गोयल, तरुणप्रीत सिंह सोंध, हरदीप सिंह मुंडियन, और डॉ. रवजोत सिंह—को भी मंत्री बनाया गया।

66 वर्षीय मोहिंदर भगत ने भारतीय जनता पार्टी (BJP) की उम्मीदवार शीतल अंगुराल को हराया था। भगत ने अंगुराल के 17,921 वोटों के मुकाबले 37,325 वोटों से जीत दर्ज की, जबकि कांग्रेस उम्मीदवार सुरिंदर कौर को 16,757 वोट मिले। शिरोमणि अकाली दल की सुरजीत कौर चौथे स्थान पर रहीं। भगत, जो भाजपा के दिग्गज नेता चुन्नी लाल भगत के बेटे हैं, 2017 में भाजपा के टिकट पर चुनाव हारने के बाद आप में शामिल हुए थे।

कैबिनेट फेरबदल के साथ ही मुख्यमंत्री भगवंत मान ने अपने विशेष अधिकारी (OSD) ओंकार सिंह को भी हटा दिया, हालांकि इसके पीछे का कारण स्पष्ट नहीं हुआ है। मोहिंदर भगत के भाजपा छोड़ने के फैसले पर उनके पिता चुन्नी लाल भगत ने निराशा व्यक्त की थी। हालांकि, उपचुनाव से पहले चुन्नी लाल ने अपने बेटे के समर्थन में अपील की थी।

मुख्यमंत्री मान ने भगत के चुनाव प्रचार के दौरान नागरिक सुविधाओं, शिक्षा, और स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने का वादा किया था। भगत की जीत काफी हद तक उनके समुदाय के वोटों के समर्थन और रविदासिया और वाल्मीकि वोटों के विभाजन के कारण संभव हुई, जिससे यह जालंधर पश्चिम निर्वाचन क्षेत्र की सबसे बड़ी जीतों में से एक बन गई।