फतेहपुर। जिला गंगा समिति एवं जिला पर्यावरण समिति की बैठक कलेक्ट्रेट स्थित महात्मा गांधी सभागार में जिलाधिकारी रविंद्र सिंह की अध्यक्षता में संपन्न हुई। बैठक में जिलाधिकारी ने गंगा को निर्मल एवं अविरल बनाने हेतु महाकुंभ 2025 की मांगी गई कार्य योजना पर संबंधित विभागों से प्राप्त सूचना को संकलित कर रिपोर्ट शीघ्र भेजने के निर्देश दिए। उन्होंने जिला पंचायत राज अधिकारी को निर्देश दिया कि गंगा के किनारे बने घाटों की नियमित साफ-सफाई कराएं और कूड़ा पात्र में पड़े कूड़े का निस्तारण सुनिश्चित करें।

साथ ही, ग्रामीण एवं शहरी इलाकों से गंगा, यमुना और सहायक नदियों में ड्रेनेज का निस्तारण हो रहा है तो उसका सर्वेक्षण कर रिपोर्ट प्रस्तुत करें। उपायुक्त उद्योग एवं प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारियों को भी नदियों में ड्रेनेज या वेस्ट का निस्तारण हो रहा हो तो उसकी संयुक्त रिपोर्ट तैयार करने के निर्देश दिए। उन्होंने गंगा की धारा को स्वच्छ और अविरल बनाए रखने के लिए नागरिकों को जागरूक करने की अपील की।

बैठक में ठोस अपशिष्ट प्रबंधन, जैव चिकित्सा अपशिष्ट, ई-वेस्ट प्रबंधन और सिंगल यूज प्लास्टिक की रोकथाम पर विस्तार से समीक्षा की गई। जिलाधिकारी ने सिंगल यूज प्लास्टिक की जब्तीकरण की कार्यवाही नियमित रूप से करने के निर्देश दिए और व्यापारियों को सिंगल यूज प्लास्टिक का प्रयोग न करने के लिए जागरूक करने का भी आदेश दिया।

साथ ही, डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन का काम संवेदनशीलता के साथ करते हुए उसका निस्तारण नियमानुसार कराने के निर्देश दिए। उन्होंने जैव चिकित्सा अपशिष्ट का सही तरीके से निस्तारण करने और प्राइवेट अस्पतालों में इसकी निगरानी रखने का भी निर्देश दिया। औचक निरीक्षण के दौरान यदि कोई खामी पाई जाती है तो नोटिस देते हुए चेतावनी देने और पुनरावृत्ति होने पर कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए गए।