नई दिल्ली (एजेंसी)।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को जेरोधा के सह-संस्थापक निखिल कामथ के साथ अपने पहले पॉडकास्ट में विभिन्न मुद्दों पर विस्तार से बात की। दो घंटे तक चली बातचीत के दौरान उनसे पूछा गया कि क्या राजनीति में पैसा एक अनिवार्य हिस्सा है?

कामथ ने कहा कि अगर देश का युवा राजनीति में आना चाहता है, तो वे कहते हैं कि इसके लिए बहुत पैसे की जरूरत होती है, जो हमारे पास नहीं है। उन्होंने कहा कि स्टार्टअप उद्योग में, जब हमारे पास कोई विचार होता है, तो हम अपने दोस्तों और परिवार से पैसे लेते हैं, जिसे बीज चक्र कहते हैं। कामथ ने पूछा कि राजनीति में यह कैसे होगा।

जवाब में पीएम मोदी ने कहा कि उन्होंने चुनाव लड़ने के लिए लोगों से एक-एक रुपये का चंदा लिया। एक सार्वजनिक बैठक में उन्होंने हिसाब दिया कि उन्हें कितना पैसा मिला। मुझे लगता है कि उन्होंने केवल 250 रुपये ही खर्च किए। उन्होंने बहुत ही कम अंतर से जीत हासिल की।
पीएम मोदी ने कहा, “यह सत्य नहीं है कि समाज सत्य को स्वीकार नहीं करता। आपके पास धैर्य और समर्पण होना चाहिए। आपका ‘कॉन्ट्रैक्ट’ वाला भाव नहीं होना चाहिए, मतलब कि आप केवल वोट के लिए कुछ करें। इस तरह के रवैये से आप सफल नहीं हो सकते।”

प्रधानमंत्री ने केवल प्रतिनिधि चुनने की राजनीतिक मानसिकता से ऊपर उठने का आह्वान किया। उन्होंने कहा, “हमें सांसद या विधायक चुनने तक सीमित इस राजनीति से बाहर आने की जरूरत है। अगर हम समाज से जुड़े किसी भी काम में लगे हैं, तो इसका राजनीतिक प्रभाव ज्यादा पड़ता है। अगर कोई छोटा सा आश्रम चलाता है और लड़कियों को पढ़ाता है, तो इसका प्रभाव समाज पर गहराई से पड़ता है।”