कानपुर, उत्तर प्रदेश — चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (सीएसए) के फल विज्ञान विभाग और फ्लोरीकल्चर सोसायटी के संयुक्त तत्वाधान में गुरुवार को दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ। इस कार्यक्रम का उद्देश्य घर की सुंदरता बढ़ाने के लिए विभिन्न शोभाकारी पौधों के रोपण और प्रबंधन पर प्रशिक्षण प्रदान करना है।
उद्घाटन समारोह
प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्घाटन विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. आनंद कुमार सिंह, समिति की अध्यक्ष उषा झुनझुनवाला, सचिव राजश्री डालमिया, सीएसजेएमयू के डॉ. हिमांशु त्रिवेदी, और उद्यान विज्ञान के पूर्व विभागाध्यक्ष डॉ. आरपी सिंह की उपस्थिति में किया गया। उद्घाटन के अवसर पर डॉ. सिंह ने कहा कि हमें अपने घर में पर्यावरण को बचाते हुए उसकी सुंदरता बढ़ाने के लिए विभिन्न शोभाकारी पौधों को लगाना चाहिए। उन्होंने ऋतु के अनुसार फलों और सब्जियों का सेवन करने की भी सलाह दी, जिससे स्वास्थ्य को बेहतर बनाए रखा जा सके।
पौधों का प्रबंधन
प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन उद्यान विज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. वीके त्रिपाठी द्वारा किया गया। उन्होंने प्रथम दिन पौधों के प्रबंधन और उत्पादन की विभिन्न बारीकियों पर विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि किस प्रकार से पौधों को उगाया जा सकता है और कौन से पौधे किस समय पर रोपित किए जा सकते हैं।
बोनसाई के विभिन्न तरीके
डॉ. हिमांशु त्रिवेदी ने बोनसाई पौधों को बनाने के विभिन्न तरीकों और समय के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि किस प्रकार से छोटे आकार के पौधों को सुंदर और आकर्षक रूप में ढाला जा सकता है।
पौधारोपण की तकनीकें
डॉ. आरपी सिंह ने अपने-अपने बंगलों में पौधों को कैसे रोपित करें और सुंदर बनाएँ, इस पर विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने विभिन्न पौधों की देखभाल और उनके प्रबंधन के तरीके बताए, जिससे घर की सुंदरता में वृद्धि की जा सके।
निष्कर्ष
घर की सुंदरता बढ़ाने के लिए पौधों का रोपण न केवल पर्यावरण के लिए लाभकारी है, बल्कि यह हमारे स्वास्थ्य के लिए भी महत्वपूर्ण है। सीएसए के इस दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम ने लोगों को पौधों की देखभाल और प्रबंधन की महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान की। ऐसे प्रशिक्षण कार्यक्रमों से हमें अपने घरों को अधिक सुंदर और पर्यावरण-अनुकूल बनाने की प्रेरणा मिलती है।