चौपाल संवाद

खखरेरू (फतेहपुर): सूबे की योगी सरकार और स्वास्थ्य मंत्री ब्रजेश पाठक लगातार फील्ड में जाकर स्वास्थ्य व्यवस्था का जायजा ले रहे हैं। इसके बावजूद, सीएचसी खखरेरू में डॉक्टर की कमी के कारण मरीजों को पर्याप्त इलाज नहीं मिल पा रहा है। वर्तमान में डेन्टल डॉक्टर, फार्मासिस्ट और वार्ड ब्वाय के सहारे सीएचसी खखरेरू में मरीजों का इलाज किया जा रहा है।

सीएचसी खखरेरू में सुबह 9:30 बजे से 11:00 बजे तक कोई भी एमबीबीएस डॉक्टर मौजूद नहीं थे। केवल डेन्टल डॉक्टर मरीजों का इलाज कर रहे थे। कवरेज के दौरान डॉक्टर शोएब रफत, फार्मासिस्ट वीरेंद्र सिंह, कृष्णचंद्र सोनकर, वार्ड ब्वाय अजय सिंह, एलटी धर्मेंद्र सिंह सहित समस्त स्टाफ मौजूद था। लेकिन सीएचसी अधीक्षक डॉ. राजू राव और दंत सहायक मो. तलहा मौके पर नहीं मिले।

जब इस संबंध में सीएचसी अधीक्षक डॉ. राजू राव से बातचीत की गई, तो उन्होंने बताया कि वे किसी काम से बाहर गए थे। महिला डॉक्टर और डॉक्टर अभिनव सीएल में हैं। दंत सहायक को कोविड की किट लाना था, इसलिए वे देर से पहुंचे। इस संबंध में सीएमओ डॉ. राजीव नयन गिरी से बात की गई, उन्होंने बताया कि सीएचसी खखरेरू की कई शिकायतें हैं, जिनकी जांच कर कार्रवाई की जाएगी।

मुख्य बिंदु:

  • डॉक्टर की कमी: सीएचसी खखरेरू में डॉक्टरों की अनुपस्थिति के कारण मरीजों को सही इलाज नहीं मिल पा रहा है।
  • डेंटल डॉक्टर का कार्यभार: एमबीबीएस डॉक्टरों की अनुपस्थिति में डेंटल डॉक्टर मरीजों का इलाज कर रहे हैं।
  • अधिकारियों की प्रतिक्रियाएं: सीएचसी अधीक्षक और सीएमओ ने समस्याओं की जांच और कार्रवाई का आश्वासन दिया है।
  • मौजूद स्टाफ: फार्मासिस्ट, वार्ड ब्वाय और अन्य स्टाफ उपस्थित थे, लेकिन सीएचसी अधीक्षक और दंत सहायक मौके पर नहीं थे।

यह स्थिति स्वास्थ्य व्यवस्था की गंभीर समस्याओं को उजागर करती है, जो तत्काल समाधान की मांग करती है।