कानपुर सिटी ट्रांसपोर्ट कंपनी लिमिटेड के अध्यक्ष और मंडलायुक्त अमित गुप्त ने मंगलवार को निदेशक मंडल की बैठक की। इसमें ई-बसों में बिना टिकट यात्रियों के सफर करने की बढ़ती घटनाओं को लेकर चिंता जताई गई। एडीएम सिटी के नेतृत्व में जांच कराई गई, जिससे बस सेवा के प्रभारी अधिकारी डीवी सिंह की शिथिलता सामने आई। इस पर मंडलायुक्त ने उन्हें बर्खास्त कर दिया। साथ ही, ई-बसों का संचालन करने वाली कंपनियों पर 15 लाख रुपये का जुर्माना भी लगाया गया।
मंडलायुक्त ने निर्देश दिए कि हर संभव कोशिश करके बिना टिकट सफर कराने वाले भ्रष्टाचार पर रोक लगाई जाए। पता चला है कि हर महीने कानपुर सिटी ट्रांसपोर्ट कंपनी की बसों में 8-10 कंडक्टरों पर बिना टिकट यात्रियों को सफर कराने की कार्रवाई होती है, और इनमें से कई को पहले ही बर्खास्त किया जा चुका है।
बैठक में निदेशक मंडल ने नवनियुक्त निदेशकों का अनुमोदन किया। सिटी बसों की आय और उपयोगिता बढ़ाने के लिए सघन चेकिंग कराने पर जोर दिया गया ताकि आमदनी में इजाफा हो सके। इसके साथ ही, सीएनजी डिपो में चालकों और परिचालकों की प्रोत्साहन योजना की समीक्षा की गई। इस योजना को बेहतर बनाने की जरूरत बताई गई, और इसका पूरा प्रस्ताव बनाकर अध्यक्ष के समक्ष प्रस्तुत करने के निर्देश दिए गए।
इससे पहले, केसीटीएसएल के निदेशक मंडल के नए सदस्य—डीएम, केडीए सचिव, आरटीओ, और पुलिस कमिश्नर का स्वागत किया गया।