पीएम व सीएम को फिर ज्ञापन भेजकर भुगतान की उठाई मांग
फतेहपुर में ठगी पीड़ितों का असहयोग आंदोलन दूसरे दिन भी जारी रहा। नहर कालोनी प्रांगण में जमा हुए ठगी पीड़ित जमाकर्ता परिवारों ने अपनी मांगों को लेकर आंदोलन किया और जिलाधिकारी के माध्यम से प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री को पुनः ज्ञापन भेजा, जिसमें ठगी पीड़ितों के जमा रूपयों का भुगतान कराए जाने की मांग की गई।
इस आंदोलन की अगुवाई जिलाध्यक्ष अमृतलाल ने की। ज्ञापन में बताया गया कि संसद ने वर्ष 2019 में सर्वसम्मति से “अनियमित जमा योजनाएं पाबंदी कानून 2019” को पास किया था, जिसमें ठगी गई राशि को पीड़ितों को 180 दिनों के भीतर वापस दिलाने का कानूनी अधिकार दिया गया था। इसके बावजूद, पांच साल बीत जाने के बाद भी कई राज्यों और जिलों में इस कानून के तहत पीड़ितों से आवेदन नहीं लिए गए हैं, और न ही उनके धन की वापसी की गई है।
ज्ञापन में मांग की गई है कि सरकार को “अनियमित जमा योजनाएं पाबंदी अधिनियम 2019” के तहत प्रत्येक ठगी पीड़ित निवेशक की जमाराशि का दो से तीन गुना भुगतान तुरंत करना चाहिए। साथ ही, बेरोजगार निर्दोष एजेंट्स को सुरक्षा, सम्मान, रोजगार, और पुनर्वास का अधिकार दिया जाना चाहिए। ज्ञापन में यह भी मांग की गई कि भारतीय न्याय संहिता 2023 की धारा 111 के तहत प्रत्येक ठग और बेईमान को मृत्युदंड दिया जाए।
इस मौके पर हरीओम प्रजापति, रामशरण दास, दीपक कुमार सैनी, कृष्ण कुमार, अंबिका प्रसाद, मातादीन पाल, चंद्रशेखर प्रजापति, जितेंद्र सिंह, जगमोहन, रूद्रपाल शर्मा, और विनोद कुमार मौर्य सहित कई अन्य लोग भी मौजूद थे।