मीटर जांच या बकाया की वसूली के नाम पर उत्पीड़न नहीं होना चाहिए: सीएम योगी

लखनऊ, एजेंसी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को ऊर्जा विभाग के माननीय मंत्री की उपस्थिति में प्रदेश में बिजली उत्पादन, पारेषण, और वितरण की अद्यतन स्थिति की समीक्षा की। बैठक में उत्तर प्रदेश पॉवर कॉर्पोरेशन लिमिटेड के साथ-साथ सभी डिस्कॉम के वरिष्ठ अधिकारियों और अभियंताओं की भी सहभागिता रही।

ऊर्जा क्षेत्र की समीक्षा

मुख्यमंत्री योगी ने निर्देश दिया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में बीते सात वर्षों में प्रदेश में सभी को निर्बाध बिजली का संकल्प पूरा हो रहा है। हर गांव और हर मजरे तक बिजली पहुंचाई गई है। यह सुखद है कि आज बिना किसी भेदभाव अथवा वीआईपी कल्चर के आपूर्ति की जा रही है। इस बार भीषण गर्मी के बीच आमजन की सुविधा के लिए अतिरिक्त प्रयास करते हुए 15 मार्च से 30 जून तक पूरे प्रदेश में 24 घंटे बिजली आपूर्ति की गई।

बिजली उत्पादन और परियोजनाएँ

योगी आदित्यनाथ ने बताया कि विभिन्न हाइड्रो पॉवर प्रोजेक्ट के अतिरिक्त आज प्रदेश में अनपरा, हरदुआगंज, ओबरा, पारीछा और जवाहरपुर में 22 थर्मल परियोजनाएँ सफलतापूर्वक चल रही हैं। उन्होंने निर्माणाधीन इकाइयों के कार्य को तेजी से पूरा कराने का निर्देश दिया। एनटीपीसी के साथ संयुक्त उपक्रम के रूप में स्थापित हो रही ओबरा डी, अनपरा ई और मेजा तापीय परियोजना-द्वितीय चरण के अलावा, टीएचडीसी के साथ निर्माणाधीन खुर्जा तापीय परियोजना का कार्य तेज किये जाने की अपेक्षा है। इन प्रयासों से प्रदेश की विद्युत उत्पादन क्षमता में बढ़ोतरी होगी।

ट्रांसफार्मर और उपभोक्ता सेवा

मुख्यमंत्री योगी ने निर्देश दिया कि गांव हो या नगरीय क्षेत्र, ट्रांसफार्मर खराब होने पर बिना विलंब तत्काल सुधार होना चाहिए। आवश्यकतानुसार नया ट्रांसफार्मर भेजा जाए और तय समय सीमा का कड़ाई से अनुपालन कराया जाए। ट्रांसफार्मर की मरम्मत करने वाली एजेंसियों के कार्यों का भी अवलोकन किया जाना चाहिए। टॉल फ्री नंबर/हेल्पलाइन पर आने वाली हर कॉल अटेंड की जानी चाहिए। हर उपभोक्ता की समस्या का यथोचित समाधान किया जाना चाहिए।

बिलिंग और ओवरबिलिंग

योगी आदित्यनाथ ने कहा कि बिजली कनेक्शन चार्ज तय करने को लेकर प्रायः लोगों में असंतुष्टि देखी गई है। यह आवश्यक है कि इसमें एकरूपता हो। अनावश्यक इंफ्रास्ट्रक्चर चार्ज को कम किया जाए और आम जन की सुविधा और सहूलियत को प्राथमिकता दी जाए।

मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि पॉवर कॉर्पोरेशन के सामने सबसे बड़ी चुनौती है सही बिल और समय पर बिल उपलब्ध कराना तथा सभी उपभोक्ताओं से बिल की राशि का संग्रह करना। प्रत्येक दशा में यह सुनिश्चित किया जाए कि एक भी उपभोक्ता को गलत बिजली बिल न मिले और सभी को समय से बिल मिल जाए। ओवरबिलिंग अथवा विलंब से बिल दिया जाना उपभोक्ता को परेशान करने के साथ-साथ व्यवस्था के प्रति निराश भी करता है और वह बिल जमा करने के प्रति उत्साहित नहीं होता।

बिजली चोरी और लाइन लॉस

लाइन लॉस में लगातार कमी आ रही है। बिजली चोरी को रोकने के लिए ठोस प्रयास करें और मीटर रीडर के काम की मॉनीटरिंग की जाए। यह सुनिश्चित किया जाए कि बिजली मीटर जांच/बिल बकाया के नाम पर किसी उपभोक्ता का उत्पीड़न नहीं होगा। हर उपभोक्ता के साथ हमारा व्यवहार सद्भावनापूर्ण होना चाहिए।

पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना

पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना के प्रति लोगों में उत्साह है। अब तक 18 लाख से अधिक लोगों ने इस योजना से जुड़ने के लिए पंजीयन कराया है। उचित होगा कि इस योजना का व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाए।

बिजली आपूर्ति और सब स्टेशन

गर्मी के मौसम में निर्बाध बिजली आपूर्ति की गई। मांग के सापेक्ष पर्याप्त बिजली आपूर्ति कराया जाना सुनिश्चित कराएं। हर घर बिजली-निर्बाध बिजली के संकल्प की पूर्ति में विद्युत पारेषण तंत्र को और बेहतर किया जाना आवश्यक है। नए सब स्टेशन स्थापित करने से पूर्व वहां की आवश्यकता का अध्ययन जरूर किया जाए।