कांग्रेस ने अडाणी ग्रुप और भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) की प्रमुख माधबी पुरी बुच पर गंभीर आरोप लगाए हैं। कांग्रेस का दावा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हिंडनबर्ग रिपोर्ट के तहत अडाणी ग्रुप पर लगे आरोपों की जांच के नाम पर अडाणी को बचाने की साजिश रची है। कांग्रेस ने यह आरोप लगाया है कि SEBI की प्रमुख माधबी पुरी बुच, जिन पर इस घोटाले की जांच की जिम्मेदारी सौंपी गई है, खुद इस घोटाले में शामिल हैं।
कांग्रेस ने कहा है कि इस महाघोटाले की सही और निष्पक्ष जांच केवल जॉइंट पार्लियामेंट्री कमेटी (जेपीसी) के माध्यम से ही हो सकती है, लेकिन मोदी सरकार जेपीसी गठित करने से बच रही है। कांग्रेस के अनुसार, पीएम मोदी अडाणी को बचाने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन वे इसे हमेशा नहीं छिपा सकेंगे।
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने यह भी आरोप लगाया कि SEBI प्रमुख माधबी पुरी बुच ने 2022 में पद संभालते ही गौतम अडाणी के साथ दो मीटिंग्स की, जबकि उस समय SEBI अडाणी ग्रुप के लेन-देन की जांच कर रहा था। कांग्रेस का मानना है कि इन घटनाओं से इस पूरे मामले में पारदर्शिता और निष्पक्षता पर सवाल उठते हैं।