कानपुर: कानपुर की काकादेव पुलिस ने कोचिंग मंडी के स्टूडेंटों को गांजा बेचने वाले गिरोह के एक शातिर को गिरफ्तार किया है। पुलिस की छापेमारी के दौरान दो अन्य लोग छत से भागने में सफल रहे। मौके से पुलिस ने 11 किलो गांजा और 22 हजार रुपये बरामद किए हैं। जांच में खुलासा हुआ है कि काकादेव में गांजा बिक्री का हब बना हुआ था, जहां ऑन डिमांड भी छात्रों को गांजा सप्लाई किया जाता था। पुलिस ने आरोपी को जेल भेज दिया है।

गांजा बिक्री का हब: एसीपी स्वरूप नगर शिखर के अनुसार, काकादेव गीता नगर क्रॉसिंग के पास ओ-ब्लॉक रेलवे पटरी के बगल में रहने वाली शिव देवी सैनी के घर से गांजा बिक्री की सूचना मिली थी। रविवार रात को पुलिस ने छापेमारी की। शिव देवी का बेटा विशाल सैनी छत से भागने की कोशिश कर रहा था, लेकिन जीने से गिर जाने की वजह से पुलिस ने उसे दबोच लिया। विशाल का भाई आलोक सैनी उर्फ कपली और पछपेड़वा ग्राम कल्याणपुर बरगदवा वसुंधरी बलरामपुर निवासी जावेद मौके से भाग निकले। पुलिस ने विशाल को सोमवार को कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भेज दिया।

ऑन डिमांड गांजा सप्लाई: एसीपी स्वरूप नगर शिखर ने बताया कि जांच में सामने आया कि विशाल के घर से काकादेव की स्टूडेंट बेल्ट में बड़े पैमाने पर गांजा की बिक्री की जा रही थी। विशाल घर से गांजा की बिक्री करता था, जबकि जावेद और विशाल का भाई आलोक ऑन डिमांड डिलीवरी करते थे। इसके लिए वे अलग से चार्ज लेते थे। पूरे काकादेव कोचिंग मंडी में नशे का कारोबार फैला हुआ है। पुलिस ने एक दिन की बिक्री का 22 हजार रुपये बरामद किया है।

पुलिस कार्रवाई: पुलिस ने पकड़े गए विशाल सैनी को कोर्ट में पेश करने के बाद सोमवार को जेल भेज दिया है। फरार चल रहे आलोक और जावेद की तलाश में पुलिस की दो टीमों को लगाया गया है।