हिंडनबर्ग रिसर्च द्वारा भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) की अध्यक्ष माधबी पुरी बुच और उनके पति धवल बुच पर लगाए गए आरोपों के बाद, SEBI और अडानी समूह ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कड़ा जवाब दिया है। हिंडनबर्ग ने आरोप लगाया था कि SEBI प्रमुख और उनके पति का अदानी समूह के एक ऑफशोर फंड में हिस्सेदारी है, जिसका उपयोग अडानी समूह ने कथित तौर पर शेयरों में हेर-फेर करने के लिए किया।

अडानी समूह और SEBI की प्रमुख माधबी पुरी बुच ने इन आरोपों को निराधार, अफवाह और दुर्भावनापूर्ण बताते हुए खारिज किया है। उन्होंने कहा कि हिंडनबर्ग रिसर्च ने एक ही झूठ को दोबारा पेश करने की कोशिश की है। अडानी समूह ने बयान में कहा कि ये आरोप चालाकीपूर्ण तरीके से सार्वजनिक रूप से उपलब्ध जानकारी का चयन कर लगाए गए हैं और इन आरोपों को पहले भी जांच में निराधार पाया गया था। SEBI प्रमुख ने भी इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि उनका जीवन और वित्तीय स्थिति एक खुली किताब है और इस संबंध में सभी आवश्यक खुलासे पहले ही SEBI को दिए जा चुके हैं।

हिंडनबर्ग ने जनवरी 2023 में अदानी समूह पर शेयरों में हेर-फेर और ऑडिटिंग घोटाला करने का आरोप लगाया था, जिसे उन्होंने कॉर्पोरेट इतिहास का सबसे बड़ा घोटाला करार दिया था। अब, नए आरोपों के बाद अडानी समूह और SEBI प्रमुख ने इन दावों को खारिज करते हुए इसे चरित्र हनन का प्रयास बताया है।