खादी का कारोबार डेढ़ लाख करोड़ रुपये पहुंचा: मोदी
नई दिल्ली, एजेंसी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोगों से खादी और हथकरघा उत्पादों को खरीदने की अपील करते हुए कहा है कि देशवासियों के सहयोग से खादी का कारोबार पहली बार डेढ़ लाख करोड़ रुपये के पार पहुंच गया है। श्री मोदी ने हरियाणा के रोहतक जिले में उन्नति स्व सहायता समूह की जुड़ी महिलाओं के हथकरघा उत्पादों की विशेष रूप से सराहना करते हुए लोगों से इन्हें खरीदने तथा इनको बढ़ावा देने को कहा है।
प्रधानमंत्री ने रविवार को अपने रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ में कहा, “मुझे यह बताते हुए आनंद आ रहा है कि खादी ग्रामोद्योग का कारोबार पहली बार डेढ़ लाख करोड़ रुपये के पार पहुँच गया है। सोचिए, डेढ़ लाख करोड़ रुपये!! और जानते हैं खादी की बिक्री कितनी बढ़ी है? 400 प्रतिशत।”
उन्होंने कहा कि इससे देश में बड़ी संख्या में रोजगार के नए अवसर भी बन रहे हैं। उन्होंने कहा कि बड़ी बात यह है कि इस उद्योग से सबसे ज्यादा महिलाएं जुड़ी हैं, इसलिए सबसे ज्यादा फायदा भी उन्हीं को होगा।
श्री मोदी ने कहा, “मेरा आपसे आग्रह है कि आपके पास भांति-भांति के वस्त्र होंगे, और आपने अब तक खादी के वस्त्र नहीं खरीदे, तो इस साल से शुरू कर लें। अगस्त का महीना आ ही गया है, ये आजादी मिलने का महीना है, क्रांति का महीना है। इससे बढ़िया अवसर और क्या होगा – खादी खरीदने के लिए।”
श्री मोदी ने हरियाणा के रोहतक में हथकरघा उद्योग से जुड़ी महिलाओं की सराहना करते हुए कहा कि अपनी मेहनत से इन ढाई सौ महिलाओं ने अपने जीवन में समृद्धि के रंग भर दिए हैं। हथकरघा उद्योग से जुड़ी ये महिलाएं पहले छोटी-छोटी दुकानें और छोटे-मोटे काम कर गुजारा करती थीं। बाद में ये उन्नति स्व सहायता समूह से जुड़ गईं और ब्लॉक प्रिंटिंग तथा रंगाई का काम करने लगीं।
उन्होंने कहा, “कपड़ों पर रंगों का जादू बिखेरने वाली ये महिलाएं आज लाखों रुपये कमा रही हैं। इनके बनाए बेड कवर, साड़ियाँ और दुपट्टों की बाजार में भारी मांग है।”
प्रधानमंत्री ने कहा कि रोहतक की इन महिलाओं की तरह देश के अलग-अलग हिस्सों में कारीगर, हथकरघा को लोकप्रिय बनाने में जुटे हैं। उन्होंने कहा, “चाहे ओडिशा की ‘संबलपुरी साड़ी’ हो, चाहे मध्य प्रदेश की ‘माहेश्वरी साड़ी’ हो, महाराष्ट्र की ‘पैठणी’ या विदर्भ के ‘हैंड ब्लॉक प्रिंट’ हों, चाहे हिमाचल के ‘भूट्टिको’ के शॉल और ऊनी कपड़े हों, या फिर जम्मू-कश्मीर के ‘कनि’ शॉल हों। देश के कोने-कोने में हथकरघा कारीगरों का काम छाया हुआ है।”
श्री मोदी ने कहा कि कुछ ही दिन बाद सात अगस्त को हम ‘राष्ट्रीय हथकरघा दिवस’ मनाएंगे। इन उत्पादों की लोकप्रियता को देखते हुए कई निजी कंपनियां तथा स्टार्टअप भी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के माध्यम से इन्हें बढ़ावा दे रही हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा, “यह अच्छी बात है कि बहुत से लोग अपने यहाँ के ऐसे स्थानीय उत्पादों को लोकप्रिय बनाने में जुटे हैं। आप भी अपने ‘हैशटैग माई प्रॉडक्ट माई प्राइड’ के नाम से सोशल मीडिया पर अपने उत्पाद अपलोड करें। आपका यह छोटा सा प्रयास, अनेकों लोगों की जिंदगी बदल देगा।”
भारतीय संस्कृति का गौरव बढ़ा रहे हैं ‘परी’ कलाकार: मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि भारत मंडपम से लेकर फ्लाईओवर, अंडरपास तथा अन्य सार्वजनिक स्थलों पर चित्रकारी करने वाले ‘परी’ कलाकार अपनी कला के माध्यम से न सिर्फ सार्वजनिक स्थलों को सुंदर बना रहे हैं, बल्कि देश का सांस्कृतिक गौरव भी बढ़ा रहे हैं। श्री मोदी ने आकाशवाणी से प्रसारित अपने मासिक कार्यक्रम ‘मन की बात’ में कहा कि कोई भी देश अपनी संस्कृति पर गौरव करके आगे बढ़ सकता है और उन्हें खुशी है कि भारत के युवाओं में अपनी संस्कृति को बढ़ाने की एक तरह से होड़ लगी हुई है और देश में इस तरह के कई प्रोजेक्ट चल रहे हैं और लोगों को आकर्षित कर तेजी से आगे भी बढ़ रहे हैं।
मैथ्स ओलंपियाड विजेताओं से बात की, भारत ने 4 गोल्ड जीते
मन की बात कार्यक्रम में पीएम मोदी ने मैथ्स ओलंपियाड विजेताओं से बात की। इस साल इंग्लैंड के बाथ में 65वें इंटरनेशनल मैथ्स ओलंपियाड का आयोजन किया गया था। इसमें भारत के 6 स्टूडेंट्स ने हिस्सा लिया था। भारत ने इस ओलंपियाड में 4 गोल्ड और 1 सिल्वर मेडल जीते। मोदी ने मन की बात कार्यक्रम में चार स्टूडेंट्स से बात की।