नई दिल्ली, एजेंसी। वक्फ (संशोधन) विधेयक को लेकर संसद में काफी खींचतान देखने को मिली है। संसद के दोनों सदनों में इस विधेयक को लेकर काफी हंगामा मचा और इसके बाद सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार ने इस विधेयक को जांच के लिए संसद की संयुक्त समिति (जेपीसी) को भेज दिया। अब खबर है कि भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता जगदंबिका पाल इस समिति के प्रमुख होंगे। अधिकारियों का कहना है कि जगदंबिका पाल की अध्यक्षता में इस विधेयक की जांच होगी।
संयुक्त समिति में कुल 31 सदस्य
लोकसभा में विपक्ष ने इस विधेयक के प्रावधानों का विरोध किया है। इसके बाद केंद्र सरकार ने इस विधेयक को जांच के लिए संसद की संयुक्त समिति को भेजा। आपको बता दें कि संसद की संयुक्त समिति में कुल मिलाकर 31 सदस्य हैं। इनमें से 21 सदस्य लोकसभा से हैं और 10 सदस्य राज्यसभा से हैं। संसद के अगले सत्र में संयुक्त समिति द्वारा अपनी रिपोर्ट पेश की जाएगी। बीते शुक्रवार को संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने लोकसभा और राज्यसभा में वक्फ संशोधन विधेयक को पेश किया था। अधिकारियों का कहना है कि जगदंबिका पाल की अध्यक्षता में संयुक्त समिति द्वारा जल्द ही एक औपचारिक अधिसूचना जारी की जा सकती है।
सूची में शामिल सदस्यों के नाम
लोकसभा सदस्य: जगदंबिका पाल, डॉ. निशिकांत दुबे, तेजस्वी सूर्या, अपराजिता सारंगी, संजय जायसवाल, दिलीप शाक्य, अभिजीत गंगोपाध्याय, डी.के. अरुणा, गौरव गोगोई, इमरान मसूद, डॉ. मोहम्मद जावेद, मोहिबुल्लाह, कल्याण बनर्जी, ए. राजा, लावु श्रीकृष्ण देवरायलु, दिलेश्वर कामेत, अरविंद सावंत, सुरेश गोपीनाथ, नरेश गणपत म्हस्के, अरुण भारती, असदुद्दीन ओवैसी।
राज्यसभा सदस्य: बृज लाल, मेधा कुलकर्णी, गुलाम अली, डॉ. राधा मोहन दास अग्रवाल, डॉ. सईद नसीर हुसैन, मोहम्मद नदीमुल हक, वी. वियसाई रेड्डी, एम. मोहम्मद अब्दुल्ला, संजय सिंह, डॉ. धर्मस्थल वीरेंद्र हेगड़े।