नई दिल्ली, एजेंसी। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने बुधवार को राज्यसभा में कहा कि मोदी सरकार के कार्यकाल में अब तक पेश सभी 11 बजटों में संविधान की भावना का उल्लंघन किया गया है क्योंकि इस दौरान देश में असमानता बढ़ी है और गरीब अधिक गरीब हुआ है।

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा सदन में विनियोग (संख्या 2) विधेयक 2024 और जम्मू-कश्मीर विनियोग (संख्या 3) विधेयक 2024 को सदन में पेश किए जाने पर सिंह ने चर्चा की शुरुआत करते हुए कहा कि देश में सामाजिक और आर्थिक स्तर पर असमानता बढ़ी है जबकि यह देश अनेकता में एकता वाला है। विकास, प्रयास और विश्वास की बात तभी हो सकती है जब सभी वर्गों विशेषकर गरीबों की बात सुनी जाएगी।

उन्होंने कहा कि मोदी सरकार के कार्यकाल में अब तक 11 बजटों से संविधान का उल्लंघन हुआ है क्योंकि देश में असमानता बढ़ी है। कुछ लोगों के पास देश की 40 प्रतिशत संपत्ति है और मात्र एक प्रतिशत लोगों के पास 22 प्रतिशत संपत्ति है। उन्होंने कहा कि देश के संसाधनों पर पहला हक सबसे उपेक्षित और संसाधन विहीन लोगों का होता है जबकि यहां इसके उलट है।

सरकार कहती है देश में 24 करोड़ से अधिक लोगों को गरीबी से निकालने की बात कही जा रही है। उन्होंने कहा कि किसान सम्मान निधि उसको मिल रहा है जिसके पास भूमि है। जिसके पास भूमि नहीं है उसको कुछ नहीं मिल रहा है। वृद्धा पेंशन में भी वृद्धि नहीं की गई है। विधवा पेंशन और विकलांग पेंशन में भी यही स्थिति है। आज गरीब के साथ ही मध्यम वर्ग भी त्रस्त है। मात्र 2.2 प्रतिशत लोग आयकर देते हैं।