नई दिल्ली, एजेंसी। दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर स्थित एक कोचिंग संस्थान में हादसे को लेकर लोकसभा में विपक्ष और कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने कोचिंग संस्थान के बेसमेंट में जलभराव में मृत तीन विद्यार्थियों की मौत पर शोक जताया। राहुल ने कहा कि लोग असुरक्षित निर्माण, खराब शहरी नियोजन (टाउन प्लानिंग) और संस्थानों की गैर जिम्मेदारी की कीमत चुका रहे हैं।
राहुल गांधी ने एक्स पर पोस्ट किया कि दिल्ली में एक इमारत के बेसमेंट में जलभराव के कारण प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे छात्रों की मौत बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। कुछ दिन पहले बारिश के दौरान बिजली का झटका लगने से एक छात्र की मौत हो गई थी। उन्होंने शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदना जताई। साथ ही कहा कि बुनियादी ढांचे का यह पतन सिस्टम की विफलता है। लोग असुरक्षित निर्माण, खराब टाउन प्लानिंग और खराब शहरी नियोजन की कीमत चुका रहे लोग।
यह हुआ हादसा
शनिवार की शाम को कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में पानी भरने से एक छात्र और दो छात्राओं की मौत हो गई। इनकी पहचान श्रेया यादव, तान्या सोनी और नेविन डेल्विन के रूप में हुई है। तीनों के परिजनों को सूचना दे दी है। छात्रा श्रेया यादव यूपी के अंबेडकर नगर की रहने वाली थी। जबकि छात्रा तान्या तेलंगाना की रहने वाली थी। छात्र नेविन केरल का रहने वाला था। वह जेएनयू से पीएचडी भी कर रहा था। करीब आठ महीने से वह सिविल सर्विस की तैयारी कर रहा था। हादसे के बाद कोचिंग सेंटर के मालिक और कॉर्डिनेटर को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। पुलिस दोनों से पूछताछ कर रही है। दोनों की गिरफ्तारी की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है।
कोचिंग सेंटर में हुई घटना को लेकर कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने सरकार और एमसीडी पर सवाल उठाए हैं। कांग्रेस नेता ने कहा कि यह कोई प्राकृतिक आपदा नहीं है, बल्कि मानव निर्मित त्रासदी है। बेसमेंट में कोचिंग सेंटर कैसे चल रहा था? क्या उनके पास लाइसेंस था? क्या उनके पास एमसीडी के कागजात थे? हमें इन सवालों के जवाब नहीं मिले हैं।
राहुल गांधी ने कहा कि सुरक्षित और आरामदायक जीवन प्रत्येक नागरिक का अधिकार है। सरकार की जिम्मेदारी है कि वह उनको सुरक्षित जीवन जीने का माहौल दे।