एचबीटीयू के षष्ठम दीक्षांत समारोह में मुख्य अतिथि, आईआईटी कानपुर के निदेशक पद्मश्री प्रो. मणीन्द्र अग्रवाल ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि तकनीकी ज्ञान आपकी पहचान है, लेकिन इसके पीछे अपने को रोबोट न बनाएं। उन्होंने छात्रों से आग्रह किया कि वे अपनी मानवीय संवेदनाओं को जीवित रखें। कार्यक्रम में प्रो. अग्रवाल ने अधुनातन तकनीकों के प्रति जिज्ञासा बनाए रखने और नई कार्य संस्कृति में चुनौतियों का समाधान खोजने की बात कही। उन्होंने भारत की पांच ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने की महत्वाकांक्षा और एआई के महत्व पर भी जोर दिया।

राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने दीक्षांत की अध्यक्षता की और समारोह में 48 पदक प्रदान किए, जिनमें 21 पदक छात्राओं को मिले। पेंट टेक्नोलॉजी की सौम्या खंडेलवाल को चांसलर गोल्ड मेडल, केमिकल इंजीनियरिंग के शिवांशु कुशवाहा और प्लास्टिक टेक्नोलॉजी की मुस्कान सिंह को सिल्वर मेडल, तथा आईटी के अमर्त्य यादव को चांसलर ब्रॉन्ज मेडल से सम्मानित किया गया। इसके अलावा, 15 कुलपति स्वर्ण, 14 रजत और 15 कांस्य पदक भी प्रदान किए गए। कुल 899 छात्रों को डिग्रियां दी गईं, जिनमें 752 यूजी, 130 पीजी और 17 पीएचडी के छात्र शामिल थे। कुलपति प्रो. समशेर ने प्रगति आख्या प्रस्तुत की।