कानपुर। कानपुर के डिग्री कॉलेजों में इस बार बड़ी संख्या में छात्र-छात्राओं की बैक लगी है, जिससे कॉलेज प्रशासन काफी चिंतित है। वहीं, अपने भविष्य को लेकर छात्र-छात्राएं भी परेशान हैं। विद्यार्थियों का आरोप है कि हर साल किसी न किसी विषय में बैक लगा दी जाती है, जबकि उनका प्रदर्शन परीक्षा में इतना खराब नहीं रहा है। ज्वाला देवी विद्या मंदिर पीजी कॉलेज, कानपुर की बीए विभाग की थर्ड ईयर की लगभग 18 छात्राओं की किसी न किसी विषय में बैक लगा दी गई। नाराज छात्राएं सोमवार को कॉलेज पहुंचीं और प्राचार्य से शिकायत दर्ज कराई। इसके बाद सभी छात्राएं मंगलवार को भी पहुंचीं और कहा कि यदि हमारे भविष्य के साथ न्याय नहीं हुआ तो हम सुसाइड कर लेंगे। इसकी पूरी जिम्मेदारी कानपुर विश्वविद्यालय की होगी।

छात्राओं की धमकी से कॉलेज की बढ़ी चिंता

छात्राओं की धमकी के बाद से कॉलेज प्रशासन की चिंता बढ़ गई है। कॉलेज की प्राचार्य प्रो. गीता अस्थाना ने कहा कि छात्राएं जो भी लिखित में शिकायत देती हैं, उन्हें विश्वविद्यालय तक पहुंचाया जाता है। अभी हाल ही में कुछ बच्चों की शिकायत लेकर कॉलेज की शिक्षिकाओं को भेजा गया था। उस पर विश्वविद्यालय की तरफ से आश्वासन भी मिला था। लेकिन छात्राओं की इस धमकी से हम लोग भी थोड़ा चिंतित हैं। इसकी शिकायत पुलिस से और कानपुर विश्वविद्यालय के रजिस्टार से मिलकर दर्ज कराई जाएगी।

इतनी फीस कहां से दें हम लोग?

ज्वाला देवी में छात्राओं ने प्राचार्य से कहा कि जब फीस जमा करने के लिए पैसे नहीं हैं परिवार वालों के पास, तो हम लोग बैक पेपर देने के लिए 1250 रुपए कहां से लाएंगे। ज्वाला देवी में पढ़ने वाली कई छात्राएं ऐसी हैं जिनकी फीस कॉलेज की शिक्षिकाएं भरती हैं।

परीक्षा परिणाम में गड़बड़ी का संदेह जताया

छात्राओं का कहना है कि हम सभी के परीक्षा परिणाम में गड़बड़ी का संदेह है, क्योंकि हमने पेपर में इतना खराब प्रदर्शन नहीं किया है। हम सभी को अपनी उत्तरकुंजी को दिखाने की और पारदर्शिता के साथ परिणाम को घोषित करने की मांग है, लेकिन उत्तरकुंजी दिखाने पर भी फीस देनी पड़ती है, जो कि हम लोग भर पाने में असमर्थ हैं। इस पर प्राचार्य ने छात्राओं से कहा कि आप लोगों की समस्या जल्द ही कानपुर विश्वविद्यालय के सामने रखी जाएगी।

छात्राएं बोलीं- हर साल लग रही बैक

छात्राओं का यह भी आरोप था कि हर वर्ष परीक्षा में बैक लगाई जा रही है। लेकिन इस बार कॉलेज की करीब 18 छात्राओं की बैक लगा दी गई है। अधिकतर 1-2 नंबर से फेल हैं। इससे सभी छात्राएं काफी परेशान हैं। यह हाल शहर के कई और डिग्री कॉलेजों में भी देखने को मिल रहा है। बड़े-बड़े कॉलेजों में भी बड़ी संख्या में बैक लगा दी गई है। इस कारण एमए में प्रवेश लेने के लिए छात्र-छात्राओं को भटकना पड़ रहा है।

फीस भी हो गई अधिक

बैक पेपर देने के लिए फीस भी अधिक हो गई है, इसलिए काफी छात्राएं बैक पेपर देने के लिए भी तैयार नहीं हैं। पहले यह फीस 250 रुपए होती थी, लेकिन वर्तमान में कानपुर विश्वविद्यालय की तरफ से 1250 रुपए फीस कर दी गई है, जो कि आम वर्ग के लिए काफी अधिक है। ज्वाला देवी में आने वाली अधिकतर छात्राओं ने फीस जमा कर पाने में असमर्थता जाहिर की है।