जम्मू, एजेंसी। जम्मू संभाग के जिला डोडा के देसा क्षेत्र में आतंकवादियों की तलाश में शुरू किए गए अभियान के दौरान सोमवार शाम को आतंकियों के साथ मुठभेड़ में सेना के कैप्टन बृजेश थापा समेत चार जवान शहीद हो गए।
मुख्य बिंदु:
- मुठभेड़ का प्रारंभ:
- समय और स्थान: सोमवार शाम 7:30 बजे के करीब, जंगल और ऊंचे पहाड़ों से घिरे देसा इलाके में आतंकियों के साथ मुठभेड़ शुरू हुई।
- भागीदार: सेना, पुलिस और सीआरपीएफ के जवान आतंकियों की तलाश में चप्पा-चप्पा खंगाल रहे थे।
- मुठभेड़ और शहादत:
- घायल और शहीद: मुठभेड़ के दौरान सेना के कैप्टन बृजेश थापा, नायक डी. राजेश, सिपाही बिजेंद्र, और अजय सिंह घायल हो गए। अस्पताल ले जाने पर उन्हें बचाया नहीं जा सका।
- आतंकियों की स्थिति: अंधेरे का फायदा उठाकर आतंकी घने जंगल में भाग निकले।
- सर्च ऑपरेशन:
- अगले दिन: मंगलवार सुबह एक बार फिर बड़े पैमाने पर सर्च ऑपरेशन शुरू किया गया। खोजी कुत्तों, ड्रोन और अन्य आधुनिक उपकरणों का उपयोग करके आतंकियों की तलाश की जा रही है।
- उपराज्यपाल की प्रतिक्रिया:
- संवेदना और बदला: उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने शहीद जवानों के प्रति संवेदना व्यक्त की और कहा कि आतंकियों के नापाक मंसूबों को नाकाम करेंगे और सैनिकों की मौत का बदला लेंगे।
- महबूबा मुफ्ती की मांग:
- बर्खास्तगी की मांग: पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने जम्मू-कश्मीर पुलिस प्रमुख आर.आर. स्वैन को बर्खास्त करने की मांग की और कहा कि पिछले 32 महीनों में करीब 50 सैनिकों ने अपनी जान गंवाई है।
पिछले दो महीनों में जम्मू-कश्मीर में आतंकी वारदात:
- जून 09: रियासी में बस पर आतंकी हमला, दस नागरिक मारे गए, पचास घायल।
- जून 11: कठुआ के सैडा सोहल में आतंकी हमला, एक सीआरपीएफ जवान बलिदान, दो पाकिस्तानी आतंकी ढेर।
- जून 11: डोडा की तहसील भद्रवाह के छत्रगलां में एक एसपीओर सहित पांच जवान घायल।
- जून 12: डोडा के गंडोह में आतंकियों के साथ मुठभेड़, पुलिस कर्मी घायल।
- जून 26: डोडा के गंडोह में मुठभेड़, तीन आतंकवादियों का खात्मा।
- जुलाई 08: कठुआ के बदनोता में आतंकी हमला, पांच जवान बलिदान, पांच घायल।
- जुलाई 09: डोडा के भद्रवाह में मुठभेड़, आतंकी भाग निकले।
- जुलाई 15: डोडा के देसा में मुठभेड़, एक कैप्टन सहित चार जवान घायल।
निष्कर्ष:
डोडा में हुए इस मुठभेड़ ने एक बार फिर जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद की गंभीरता को उजागर किया है। शहीद जवानों की शहादत को नमन करते हुए उपराज्यपाल और अन्य नेताओं ने आतंकवादियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया है। इस घटना से यह भी स्पष्ट होता है कि सुरक्षा बल आतंकवाद के खिलाफ दृढ़ता से खड़े हैं और अपने कर्तव्य का निर्वाह करते रहेंगे।