जोधपुर (एजेंसी):
राजस्थान के जोधपुर में पूर्व विधायक एवं भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की वरिष्ठ नेता सूर्यकांता व्यास का आज सुबह निधन हो गया। वह करीब 87 वर्ष की थीं। श्रीमती व्यास पिछले कई दिनों से बीमार थीं और सुबह करीब सात बजे उनकी तबीयत बिगड़ने पर उन्हें महात्मा गांधी अस्पताल ले जाया गया, लेकिन उन्होंने दम तोड़ दिया। सिवांची गेट स्थित श्मशान घाट पर उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।

‘जीजी’ के नाम से प्रसिद्ध श्रीमती व्यास वर्ष 1990 में जोधपुर से पहली बार भाजपा उम्मीदवार के रूप में विधायक बनीं और विधानसभा पहुंचीं। इसके बाद वह वर्ष 1993 और 2003 में फिर से भाजपा प्रत्याशी के रूप में विधायक निर्वाचित हुईं। श्रीमती व्यास वर्ष 2008, 2013, और 2018 में जोधपुर के सूरसागर विधानसभा क्षेत्र से भी विधायक निर्वाचित हुईं। उन्होंने सात बार विधानसभा का चुनाव लड़ा और छह बार विधायक रहीं। श्रीमती व्यास वर्ष 1998 में विधानसभा का चुनाव हार गई थीं। वह गत विधानसभा चुनाव में भी भाजपा के टिकट पर लड़ना चाहती थीं, लेकिन उन्हें टिकट नहीं मिला।

श्रीमती व्यास के निधन पर राज्य के राज्यपाल हरिभाऊ किसनराव बागडे, मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा, विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी, उपमुख्यमंत्री दिया कुमारी, डॉ. प्रेम चंद बैरवा, पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा तथा कई मंत्रियों, विधायकों, सांसदों सहित नेताओं ने गहरा शोक व्यक्त किया है।

इस अवसर पर श्री बागडे ने ईश्वर से दिवंगत आत्मा की शांति एवं उनके परिजनों को यह दुःख सहन करने की शक्ति प्रदान करने की कामना की। श्री भजनलाल शर्मा ने अपनी शोक संदेश में कहा कि सार्वजनिक जीवन में श्रीमती व्यास अपने मृदु व्यवहार और मिलनसारिता की प्रवृत्ति के कारण जनता के बीच एक लोकप्रिय नेता के रूप में सदैव याद रखी जाएंगी। उनका निधन प्रदेश की राजनीति के लिए अपूरणीय क्षति है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि विधायक रहते हुए उन्होंने (जीजी) लोकतांत्रिक मूल्यों को समृद्ध बनाते हुए श्रेष्ठ संसदीय परंपराएं स्थापित कीं। श्री शर्मा ने दिवंगत आत्मा की शांति एवं शोकाकुल परिजनों को यह दुःख सहन करने की शक्ति प्रदान करने के लिए ईश्वर से प्रार्थना की।

श्री देवनानी ने अपनी शोक संवेदना में कहा कि श्रीमती व्यास छह बार विधायक रहीं और उन्होंने क्षेत्रीय विकास में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनके निधन से क्षेत्र में अपूरणीय क्षति हुई है। उन्होंने ईश्वर से दिवंगत आत्मा को शांति एवं शोकाकुल परिवार को यह दुःख सहन करने की शक्ति देने की प्रार्थना की।