फतेहपुर, उत्तर प्रदेश — उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षामित्र संघ ने दिवंगत शिक्षामित्र साथियों को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए सरदार वल्लभभाई पटेल की प्रतिमा स्थल तक कैंडल मार्च निकाला। इस सभा में शिक्षामित्रों ने अपनी समस्याओं पर चर्चा करते हुए संघर्ष के लिए हौसला बढ़ाया।
सभा का आयोजन
जिलाध्यक्ष सुशील तिवारी के नेतृत्व में नहर कॉलोनी के सामने स्थित एक गेस्ट हाउस में शिक्षामित्र एकत्र हुए। सभा की अध्यक्षता करते हुए जिलाध्यक्ष ने बताया कि 25 जुलाई 2017 को सुप्रीम कोर्ट से शिक्षामित्रों का समायोजन रद्द हुआ था। इस निर्णय के बाद से लगभग 12,000 शिक्षामित्रों की असामयिक मृत्यु हो चुकी है और हजारों शिक्षामित्र आर्थिक तंगी और मानसिक अवसाद का सामना कर रहे हैं।
समस्याओं पर चर्चा
जिला महामंत्री रवीन्द्र प्रकाश पटेल ने बताया कि शिक्षामित्र संघ ने कई आंदोलन किए और शिक्षा मंत्री तथा मुख्यमंत्री के जनता दरबार में अपनी पीड़ा व्यक्त की, लेकिन सरकार की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली। जिला वरिष्ठ उपाध्यक्ष सुनील मिश्रा और जिला संयुक्त मंत्री ओम पटेल ने कहा कि यदि सरकार उनकी मांगों पर विचार नहीं करती है, तो आगामी 5 सितंबर को लखनऊ में विशाल धरना प्रदर्शन किया जाएगा।
शिक्षामित्रों की एकजुटता
इस मौके पर अदीप सिंह, अजय सिंह, अनूप तिवारी, आशुतोष द्विवेदी, माया, रेनू, सुचिता पांडेय, राजेश सिंह, शैलेंद्र वर्मा, मीनू सिंह, सुनील मिश्रा, ओम पटेल, अखिलेश गुप्ता, सर्वेश्वर चन्द्र मिश्र, भानु प्रताप सिंह, अनिल श्रीवास्तव, कैलाश, आशीष पटेल, विशाल शुक्ला, शैलेंद्र सिंह, विष्णु दुबे, संतोष यादव सहित तमाम शिक्षामित्र उपस्थित रहे।
निष्कर्ष
यह सभा शिक्षामित्रों के अधिकारों और उनकी समस्याओं को उजागर करने का एक महत्वपूर्ण कदम था। शिक्षामित्र संघ ने सरकार को चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांगों पर विचार नहीं किया गया, तो वे आगामी दिनों में और भी बड़े आंदोलन करने को बाध्य होंगे।