फतेहपुर, उत्तर प्रदेश — एआरटीओ कार्यालय में दलालों और बाहरी व्यक्तियों की संलिप्तता को लेकर आ रही शिकायतों की हकीकत जानने के लिए गुरुवार को जिलाधिकारी (डीएम) सी. इंदुमती ने अचानक एआरटीओ कार्यालय का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने कार्यालय के कर्मचारियों को कड़ी चेतावनी दी और बिचौलियों से दूर रहने की हिदायत दी। डीएम के आगमन की खबर सुनते ही दलालों ने अपनी दुकानों के शटर गिराकर वहां से भागने का प्रयास किया।

निरीक्षण का विवरण

डीएम सी. इंदुमती ने सहायक संभागीय परिवहन कार्यालय (एआरटीओ) का विधिवत निरीक्षण किया। उन्होंने रिकॉर्ड रूम, कार्यालय के पटल सहायकों द्वारा किए जा रहे कार्यों एवं कार्यालय परिसर का स्थलीय निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने एआरटीओ को सख्त निर्देश दिए कि किसी भी हालत में बिचौलियों के माध्यम से कार्य न किए जाएं और पटल पर कोई भी बाहरी व्यक्ति काम करते नहीं मिलना चाहिए।

दलालों पर कार्रवाई

डीएम के निरीक्षण की खबर मिलते ही दलालों ने दुकानों के शटर गिराकर फरार हो गए। जिलाधिकारी ने कार्यालय परिसर के आसपास अवैध दुकानों एवं दलालों के मामले पर कड़ी नाराजगी व्यक्त की और एआरटीओ को तुरंत निर्देशित किया कि बिचौलियों के माध्यम से कोई भी कार्य न हो।

उपस्थित अधिकारी

निरीक्षण के दौरान अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व अविनाश त्रिपाठी, अपर जिलाधिकारी न्यायिक धीरेन्द्र प्रताप, पुलिस क्षेत्राधिकारी, एआरटीओ प्रशासन पुष्पांजलि मित्रा गौतम, प्रवर्तन सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।

निर्देश और सुधार

डीएम ने एआरटीओ को निर्देश दिया कि कार्यालय परिसर के आसपास संचालित दुकानों की गम्भीरता से जांच कराई जाए और तीन दिन के भीतर रिपोर्ट प्रस्तुत की जाए। उन्होंने कार्यालय में साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखने और प्रार्थना पत्रों का सूचितापूर्ण एवं पारदर्शी तरीके से निस्तारण करने के निर्देश दिए।

रिकॉर्ड रूम के लिए निर्देश

निरीक्षण के दौरान रिकॉर्ड रूम में पर्याप्त जगह न पाये जाने पर डीएम ने नया रिकॉर्ड रूम बनाने के लिए प्रस्ताव बनाकर शासन स्तर पर पत्राचार करने और संबंधित रिपोर्ट से अवगत कराने के निर्देश दिए। उन्होंने यह भी कहा कि ड्राइविंग लाइसेंस, वाहनों का परमिट, रजिस्ट्रेशन, वाहनों का फिटनेस, बीमा आदि का कार्य समय से किया जाए।