कानपुर के छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय में फेल छात्रों को पास करने के एक गंभीर मामले का खुलासा हुआ है। इस मामले में विश्वविद्यालय प्रशासन ने कड़ा रुख अपनाते हुए जांच शुरू कर दी है। विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ. अनिल कुमार यादव ने कल्याणपुर थाने में एफआईआर दर्ज कराते हुए एक चपरासी को नामजद किया है। इस मामले में और भी कर्मचारियों के शामिल होने की संभावना जताई जा रही है।

  • विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. विनय कुमार पाठक ने इस मामले को बेहद गंभीर बताया है। उन्होंने कहा कि पिछले दो से तीन महीनों में जिन छात्रों के नंबर बढ़ाए गए हैं, उनकी फाइलों की जांच पुनः कराई जाएगी। किसी भी गड़बड़ी की पुष्टि होने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
  • कुलपति ने बताया कि इस मामले में कुछ बाहरी लोग भी शामिल हो सकते हैं। इनकी पहचान के लिए फुटेज की जांच की जा रही है। पुलिस की जांच में पूरा सहयोग दिया जा रहा है।
  • 27 जुलाई को विश्वविद्यालय के रिकॉर्ड रूम में एक लिफाफा मिला था जिसमें कुछ मूल दस्तावेज फाड़े गए थे। जांच में पता चला कि 2013 के बीएससी छात्र निहाल हुसैन रिजवी, जो कि फेल हो गया था, उसके फेल वाले दस्तावेज को हटाकर पास वाला दस्तावेज मूल पत्रों में अटैच कर दिया गया था।
  • जांच में यह भी सामने आया कि विश्वविद्यालय के चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी जगदीश पाल ने यह कृत्य किया था। उसने गलती स्वीकार की और कुलसचिव ने उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई।

मामले की गंभीरता को देखते हुए विश्वविद्यालय प्रशासन ने इसे सख्ती से निपटाने का फैसला लिया है, और इसमें शामिल सभी दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।