चौपाल संवाद
हथगाम, फतेहपुर। नगर के मीडिया हाउस हाल में बामसेफ का एक दिवसीय प्रशिक्षण बालेन्दु पटेल की अध्यक्षता में संपन्न हुआ जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में कमरुल इस्लाम जीलानी, विशिष्ट अतिथि डॉक्टर फूल सिंह लोधी, श्रवण कुमार शास्त्री, श्रीराम प्रजापति, संतोष यादव आदि रहे। प्रशिक्षण सत्र का शुभारंभ कवि एवं शायर शिवशरण बंधु ने किया। उन्होंने कहा कि दलित, पिछड़ों, दबे, कुचलों के अधिकारों पर बड़ी चालाकी से डाका डाला जा रहा है। यह अनुचित है।
डॉ. फूल सिंह लोधी ने कहा कि बुद्धिमान बनने की विचारधारा के साथ जुड़ने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि भगवान का मतलब भ से भूमि, ग से गगन अर्थात तापमान, व से वायु तथा न से नीर है। मूल निवासियों का धरती से अपार प्यार है।
मुख्य वक्ता के रूप में बालेंदु पटेल ने बामसेफ की स्थापना सहित उद्देश्यों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा कि नई शिक्षा नीति में मनुस्मृति पढ़ाई जाएगी। उन्होंने कहा कि जिस मूर्ति को दलित और पिछड़ी जाति के लोग गढ़ते हैं, प्राण प्रतिष्ठा हो जाती है तो उन्हें ही मंदिर में जाने से रोका जाता है। नई शिक्षा नीति में रट्टामार प्रणाली लागू करना वंचितों को शिक्षा से वंचित करने का षड्यंत्र है। मुख्य वक्ता ने कहा कि दलितों के आरक्षण में आरक्षण ने समाज में नई बहस छेड़ दी है। बामसेफ इस निर्णय को दलितों के लिए घातक मानती है। दलित आरक्षण में क्रीमी लेयर के फैसले पर सुप्रीम कोर्ट को विचार करना चाहिए। उन्होंने कहा कि हम सब संविधान से बंधे हैं इसलिए शोषित समाज भी आवाज उठा रहा है। बहुजन के महापुरुषों ने कभी सत्ता की लड़ाई नहीं लड़ी। वे सामाजिक एवं राज व्यवस्था के लिए लड़ते रहे।
संचालन एवं संयोजन जयचंद यादव ने किया। इस मौके पर रामस्वरूप प्रजापति, गुलाब सिंह, अनंत प्रकाश प्रजापति, रामलखन लोधी, दीपक सिंह, आशीष कुमार, प्रियांशु सिंह, धीरज कुमार मौर्य, राम आसरे मौर्य, एडवोकेट अबू युसूफ, अभिमन्यु सिंह, रोशन लाल, अजय कुमार, रावेंद्र सिंह यादव, सिंगर सर्वेश यादव, मूलचंद्र साहू, सुरेश कुमार, गीता चौधरी, सुमन सिंह, निशा देवी, अनिल कुमार, राम बाबू सिंह, पुष्पेंद्र सिंह, अरुणेंद्र सिंह भी मौजूद रहे।