फतेहपुर। कोरोना महामारी के दौरान आमजन की सेवा करने वाले स्वास्थ्य कर्मचारियों की 31 जुलाई से सेवाएं समाप्त होने पर सभी कर्मचारी सोमवार को कलेक्ट्रेट पहुंचे और हाथों में स्लोगन लिखी तख्तियां लेकर प्रदर्शन किया। तत्पश्चात जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंप कर न्याय किए जाने की गुहार लगाई।
डीएम को सौंपे गए ज्ञापन में कर्मचारियों ने बताया कि कोविड-19 के अंतर्गत चिकित्सा स्टाफ नर्स, एलटी, कंप्यूटर ऑपरेटर, डीईओ, वार्ड ब्वाय, स्वीपर का अतुलनीय योगदान रहा है, जिसके चलते उन्हें कोरोना योद्धा की उपाधि दी गई थी। मिशन निदेशक के पत्रांक में आउटसोर्स कर्मचारियों की सेवाएं 31 जुलाई 2024 तक बढ़ा दी गई हैं। इसके बाद जिले में तैनात 45 आउटसोर्स कर्मियों का भविष्य अंधकारमय हो जाएगा, जिससे कर्मियों के साथ बड़ा अन्याय होगा।
ज्ञापन में कहा गया कि जिला स्वास्थ्य समिति के माध्यम से या मुख्य चिकित्साधिकारी कार्यालय के अधीन सामुदायिक/प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, अमर शहीद जोधा सिंह अटैया मेडिकल कॉलेज में प्रतिवर्ष नई नियुक्तियां होती हैं। इसलिए उन्हें जिला स्वास्थ्य समिति के माध्यम से समायोजित किया जाए।
मांग की गई कि यदि जिले में कोई वैकेंसी निकलती है तो सर्वप्रथम कोरोना काल में जान जोखिम में डालकर कार्य करने वाले कोरोना योद्धाओं को इंटरव्यू के लिए बुलाया जाए, जिससे उनका भविष्य अंधकारमय न हो सके।
इस मौके पर प्रांजल कुशवाहा, अमित कुमार, संदीप कुमार, मो. इमरान, शिवांशी गुप्ता, रजनी देवी, विकास कुमार, पवन कुमार, राहुल, प्रवीण वर्मा, सचिन, सूरज बली, मुकेश, अजय, आर्यन, साजन भी मौजूद रहे।