अयोध्या (एजेंसी)। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रामनाथ स्वामी मंदिर के कुंभाभिषेकम और जीर्णोद्धार समारोह में कहा कि अयोध्या और तमिलनाडु का एक विशेष रिश्ता है। हजारों वर्ष पहले श्रीराम श्रीलंका में सीता माता की खोज के लिए निकले थे, तब उन्होंने तमिलनाडु में भगवान शिव की आराधना की थी, जहां आज रामेश्वरम स्थापित है। भगवान शिव की कृपा से सेतुबंध का भी निर्माण हुआ था। एक मान्यता और है कि जब भगवान राम, सीता को लेकर वापस आ रहे थे, तो माता सीता ने रामनाथ स्वामी मंदिर में पूजा अर्चना की थी। संपूर्ण भारत एक है, यह आध्यात्मिक परंपरा आगे बढ़ रही है।

योगी आदित्यनाथ ने कहा कि रामनाथ स्वामी का मंदिर अयोध्या में बन गया है। मत, संप्रदाय, पंथ की उपासना विधि की अनेकता के बावजूद, एक भारत श्रेष्ठ भारत का संकल्प आगे बढ़ रहा है। इससे पहले, प्रधानमंत्री मोदी जी की प्रेरणा से काशी तमिल संगम के दो संस्करण हो चुके हैं। अब काशी के बाद अयोध्याधाम भी तमिलनाडु से जुड़ चुका है।

सीएम योगी ने कहा कि कुछ लोग राजनीतिक संकीर्णता में फंसकर समाज को बांटने की कोशिश करते हैं। ऐसे समय में रामनाथ स्वामी मंदिर का प्राण प्रतिष्ठा समारोह एक नई प्रेरणा हो सकता है। इससे प्रेरित होकर एक भारत श्रेष्ठ भारत की परिकल्पना को आगे बढ़ाया जाएगा।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बृहस्पतिवार को 30 दिनों में चौथी बार अयोध्या पहुंचे। उन्होंने रामसेवक पुरम में शिव मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा की, मंदिर के 25 फीट ऊंचे शिखर पर कलश स्थापित किया और दक्षिण भारतीय परंपरा के अनुसार स्वागत किया गया।