मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कानपुर में आयोजित एक जनसभा में युवाओं के लिए बड़ी घोषणाएं की हैं। उन्होंने कहा कि आने वाले दो सालों में उत्तर प्रदेश में दो लाख युवाओं को सरकारी नौकरी दी जाएगी। इसमें पुलिस विभाग में 60 हजार सिपाहियों की भर्ती पहले से चल रही है, और इसके बाद 40 हजार सिपाहियों की और भर्ती की जाएगी। इसके अतिरिक्त, अन्य विभागों में एक लाख नौकरियां दी जाएंगी।

मुख्यमंत्री ने बताया कि पुलिस भर्ती में बेटियों को 20 प्रतिशत आरक्षण दिया जाएगा, जिससे सपा के शासनकाल में हुई गुंडागर्दी पर अंकुश लगेगा। उन्होंने यह भी कहा कि पुलिस में भर्ती होने वाली ये बेटियां सपा के शोहदों और गुंडों का उचित इलाज करेंगी।

मुख्यमंत्री ने इस दौरान यह भी बताया कि राज्य सरकार ने निवेश के प्रस्तावों के माध्यम से एक करोड़ से अधिक नौजवानों को रोजगार देने की योजना बनाई है। इसके साथ ही 50 लाख युवाओं को प्रधानमंत्री मुद्रा योजना, प्रधानमंत्री स्वरोजगार योजना, मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना, ओडीओपी, पीएम स्वनिधि, पीएम विश्वकर्मा, और मुख्यमंत्री विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना जैसी योजनाओं के तहत स्व-रोजगार के अवसर प्रदान किए जा रहे हैं।

मुख्यमंत्री ने सपा शासनकाल पर कटाक्ष करते हुए कहा कि 2017 से पहले उत्तर प्रदेश अराजकता और गुंडागर्दी के लिए जाना जाता था। उस समय बेटियां और व्यापारी सुरक्षित नहीं थे, और त्योहारों के समय दंगे होना आम बात थी। लेकिन अब, उत्तर प्रदेश विकास, सुशासन, और कानून व्यवस्था का मॉडल बन चुका है, और प्रदेश ने पिछले साढ़े सात वर्षों में लंबी दूरी तय की है।