कानपुर: कानपुर में बुधवार को एक बांग्लादेशी महिला को गिरफ्तार किया गया। पूछताछ में पता चला कि यह महिला दो दिन पहले पकड़ी गई महिला की बहन है। वह भागने की फिराक में थी। पुलिस का मानना है कि यहां और भी ऐसी महिलाएं हो सकती हैं।

पुलिस की कार्रवाई: पुलिस ने बताया कि नाजमा नाम की महिला को पहले पकड़ा गया था। पूछताछ में नाजमा ने बताया कि वह अपनी चचेरी बहन आखी के कहने पर रीना के साथ आई थी। इस सूचना पर पुलिस आखी तक पहुंची और उसे कल्याणपुर से गिरफ्तार किया। आखी कई सालों से यहां रह रही थी और उसके पास भी कोई पासपोर्ट नहीं है।

चोरी छिपे आई थीं महिलाएं: पुलिस अधिकारी अभिषेक पांडेय ने बताया कि ऑपरेशन ‘प्रभात प्रहरी’ के तहत संदिग्ध व्यक्तियों और वाहनों की चेकिंग की जा रही है। इस अभियान के दौरान पुलिस को सूचना मिली कि कल्याणपुर के कश्यप नगर के राधापुरम में एक बांग्लादेशी महिला चोरी-छिपे रह रही है। इस सूचना पर कार्रवाई करते हुए नाजमा को गिरफ्तार किया गया। पुलिस अभी और कितनी महिलाओं को यहां बुलाया गया है, इसकी जानकारी जुटा रही है।

काम का लालच देकर बुलाती है महिलाओं को: पूछताछ में पता चला कि नाजमा बांग्लादेशी महिलाओं को काम दिलाने का लालच देकर यहां बुलाती है। वह उनके आने का इंतजाम भी करती है और यहां आने के बाद उनके फर्जी दस्तावेज तैयार करवाती है। नाजमा के पकड़े जाने के बाद आखी अपना ठिकाना बदलने की योजना बना रही थी, लेकिन उससे पहले ही पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया।

पूर्व में हुई गिरफ्तारियां: दो दिन पहले पुलिस ने बांग्लादेशी महिला नाजमा और उसे पनाह देने वाली मूल रूप से कोलकाता की रहने वाली रीना और ज्योति निषाद को गिरफ्तार कर जेल भेजा था।

इस मामले की जांच जारी है और पुलिस इस बात का पता लगाने की कोशिश कर रही है कि और कितनी महिलाएं इस नेटवर्क का हिस्सा हैं और उन्हें कैसे यहां लाया गया है।