खागा (फतेहपुर)। ऐरायां शिक्षा क्षेत्र में संचालित बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूल कमोबेश शासन की नीतियों के अनुसार संचालित हैं। आज के चौपाल अखबार से एक अनौपचारिक मुलाकात में खंड शिक्षा अधिकारी ऐरायां ने पत्रकारों से बताया कि अधिकांश विद्यालयों में बिजली और पानी की व्यवस्था चाक-चौबंद है। कुछ विद्यालयों के हैंडपंप खराब हैं जिन्हें ठीक करवाने के निर्देश दे दिए गए हैं। ऐरायां क्षेत्र के विद्यालय विद्युत से अच्छादित हैं।
खंड शिक्षा अधिकारी ने बताया कि अधिकांश विद्यालयों में पंखे शो पीस बने हुए हैं। कहीं केबिल नहीं है, कहीं कनेक्शन ही नहीं जुड़ा है। बच्चे और शिक्षक आज की भीषण गर्मी में परेशान रहते हैं। ऐसे में पठन-पाठन कैसे होगा, विचार किया जा सकता है। खंड शिक्षा अधिकारी ने बताया कि विद्यालयों में निशुल्क पाठ्य पुस्तकें पहुंचा दी गई हैं। विद्यालयों में शिक्षण कार्य सुचारू रूप से चल रहा है। निर्धारित लक्ष्य की प्राप्ति के लिए शिक्षक कड़ी मेहनत कर रहे हैं। ऐरायां शिक्षा क्षेत्र के विद्यालयों को कायाकल्प कार्यक्रम के अंतर्गत दुरुस्त करवा दिया गया है, लेकिन यह भी सत्य है कि विद्यालय में टाइल्स लगी हैं, लेकिन बरसात में छत ऊपर से टपकती है।
शिक्षा अधिकारी श्रवण पाल ने बताया कि तीन विद्यालयों के भवन जर्जर हो गए हैं, जिनके भवन तोड़कर बनाए जाने की प्रक्रिया चल रही है। शिक्षक समय से विद्यालय पहुंच रहे हैं। विद्यालय का निरीक्षण नियमित किया जाता है। ऐरायां शिक्षा क्षेत्र के विद्यालय शासन प्रशासन के मानकों के अनुसार लक्ष्य प्राप्त कर रहे हैं। विद्यालय अंतर्गत आने वाले सभी विद्यालय भवन उत्तम तथा ठीक स्थिति में हैं। जिन भवनों की स्थिति खराब थी, उन्हें बनवा दिया गया है। विद्यार्थियों के लिए सभी विद्यालयों में पानी तथा शौचालय की व्यवस्था है।
सरकार की हर घर जल योजना के तहत सभी विद्यालयों तथा गांवों में जल की कमी दूर हुई है। इसके अतिरिक्त सभी प्राथमिक विद्यालयों में हैंडपंप सेट लगे हुए हैं। ब्लॉक ऐरायां के अंतर्गत आने वाले लगभग सभी विद्यालयों के भवन ठीक हैं। कुछ विद्यालय भवनों में कमियां थीं जिन्हें शासन को अवगत करा दिया गया है। विद्यालय परिसर में नशा करके या विलंब से आने वाले अध्यापकों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
विद्यालय में विद्यार्थियों के लिए उत्तम शिक्षा का प्रबंध हो, जिसके लिए समय-समय पर विद्यालयों का निरीक्षण किया जाता है। हमारा उद्देश्य सबको अच्छी शिक्षा प्रदान करना है ताकि कोई भी छात्र शिक्षा से वंचित न रहे। इसके लिए समय-समय पर अभिभावकों को जागरूक किया जाता है। शिक्षा के प्रति जागरूकता लाने के लिए कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं।
मिड डे मील योजना के संबंध में बताते हुए खंड शिक्षा अधिकारी ने बताया कि यह भारत सरकार की महत्वपूर्ण योजना है। इसमें कोई लापरवाही नहीं बरती जाएगी। अगर किसी भी प्रकार की कोई शिकायत मिलती है तो सख्त कार्रवाई की जाएगी। ब्लॉक के अंतर्गत आने वाले सभी प्राइमरी स्कूलों में मेनू के अनुसार बच्चों को मध्यान्ह भोजन उपलब्ध कराया जाता है।