नई दिल्ली, एजेंसी

गुजरात और महाराष्ट्र में पिछले कुछ दिनों से हो रही भारी बारिश ने जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है। गुजरात के वडोदरा, सूरत, भरूच और आणंद समेत कई जिलों में बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए हैं। बारिश से संबंधित घटनाओं में अब तक कुल 8 लोगों की मौत हो चुकी है। राज्य के निचले इलाकों से 826 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट करना पड़ा है।

गुजरात में स्थिति

गुजरात में पिछले 3-4 दिनों से लगातार हो रही बारिश ने कई जिलों में जलभराव और बाढ़ जैसी स्थिति पैदा कर दी है। वडोदरा में पिछले 24 घंटों में 13.5 इंच बारिश रिकॉर्ड की गई है। भारी बारिश के कारण राज्य के कई स्कूलों और कॉलेजों में छुट्टी की घोषणा कर दी गई है।

महाराष्ट्र में हालात

महाराष्ट्र के भी कई जिलों में भारी बारिश के कारण बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। पुणे, ठाणे, रायगढ़ और पालघर में स्कूलों को बंद कर दिया गया है। पुणे में बारिश से संबंधित घटनाओं में 4 लोगों की मौत हो चुकी है। मुंबई में जलभराव के कारण लोकल ट्रेनें 20 से 25 मिनट की देरी से चल रही हैं। मुंबई आने और मुंबई से जाने वाली एयर इंडिया की कुछ फ्लाइट्स भी रद्द कर दी गई हैं। एयरलाइंस ने कहा कि विजिबिलिटी घटने के कारण सेवाएं प्रभावित हुई हैं और यात्रियों को रिफंड किया जाएगा।

एनडीआरएफ की तैनाती

गुजरात और महाराष्ट्र में राहत और बचाव कार्यों के लिए एनडीआरएफ (राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल) की टीमों को तैनात किया गया है।

हिमाचल प्रदेश में बादल फटने की घटना

हिमाचल प्रदेश के कई हिस्सों में भी भारी बारिश से बाढ़ जैसे हालात हैं। किन्नौर जिले के कई क्षेत्रों में बादल फटने की घटना हुई है, जिससे नदी और नालों में जलस्तर बढ़ गया है। राज्य सरकार ने सभी जिला प्रशासन को अलर्ट पर रहने का निर्देश दिया है।

ट्रेन और फ्लाइट सेवाओं पर असर

मुंबई में भारी बारिश के कारण लोकल ट्रेनों की सेवाएं प्रभावित हुई हैं। ट्रेनें 20-25 मिनट की देरी से चल रही हैं। कुछ फ्लाइट्स भी रद्द कर दी गई हैं।

मौसम विभाग का पूर्वानुमान

मौसम विभाग ने कहा है कि मुंबई में देर रात से सुबह तक 100 मिमी से ज्यादा बारिश हुई है। विभाग ने अगले कुछ दिनों तक और बारिश होने की संभावना जताई है और लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है।

इस भारी बारिश और बाढ़ के कारण आम जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। सरकार और प्रशासन स्थिति पर लगातार नजर बनाए हुए हैं और राहत और बचाव कार्यों में जुटे हुए हैं।