खान को लेकर पाकिस्तान की खूब हंसी उड़ी थी, क्योंकि आजम 110 किलोग्राम का भारी-भरकम खिलाड़ी है। आजम वर्ल्ड कप में सुपर फ्लॉप रहा था। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) नौटंकी बनकर रह गया है। बार-बार पीसीबी चीफ बदल रहे हैं। सिलेक्टर्स चेंज हो रहे हैं। पाकिस्तानी सेना क्रिकेट में दखल दे रही है। मैदान के बजाय अपने भारतीय खिलाड़ियों को पाकिस्तान में खेलते देखने की तमन्ना पाकिस्तानी क्रिकेट फैन्स की अधूरी रहने वाली है।

दरअसल, पाकिस्तानी क्रिकेट की दुर्गति का मुख्य कारण भाई-भतीजावाद है। पाकिस्तानी टीम में सिफारिशी खिलाड़ियों की भरमार है। हालिया टी-20 वर्ल्ड कप में पूर्व विकेटकीपर मोइन खान के बेटे आजम लेकर भी भारत ने उसे टेंशन दे रखी है, क्योंकि अब तक यह तय नहीं हो पाया है कि भारत पाकिस्तान जाएगा या नहीं। चैंपियंस ट्रॉफी को लेकर पाकिस्तान अब तक अड़ा हुआ है कि वो किसी भी हाईब्रिड फार्मूले (तीसरे देश में भारत के मैच) के लिए राजी नहीं होगा, लेकिन लग रहा है कि अंततः पाकिस्तान यहां भी हथियार डालेगा।

पाकिस्तान के क्रिकेट फैन्स बौखलाए हुए हैं। उनके गुस्से का कारण पाकिस्तानी क्रिकेट टीम का बांग्लादेश के आगे बिना लड़े सरेंडर है। बांग्लादेश की क्रिकेट टीम ने पाकिस्तान को उसके घर में आकर दो टेस्ट मैच हराकर कागजी शेरों की पोल खोल दी है।

सोशल मीडिया पर पाकिस्तानी क्रिकेट फैन्स अपने खिलाड़ियों के मीम्स शेयर कर रहे हैं। खासकर उनके निशाने पर पूर्व कप्तान बाबर आजम है, जो पिछली 16 पारियों में एक बार भी अर्द्धशतक तक नहीं पहुंचा है। बांग्लादेश के खिलाफ दोनों टेस्ट मैचों में बाबर आजम का प्रदर्शन बहुत खराब रहा। दूसरे टेस्ट मैच में न तो पाकिस्तानी बल्लेबाज चले, न गेंदबाज और न फील्डिंग में कुछ खास खिलाड़ियों ने किया। दूसरे टेस्ट में 26 रनों पर 6 विकेट गिराने के बावजूद पाकिस्तानी गेंदबाज बांग्लादेशी खिलाड़ियों को दबाव में नहीं ले सके। जहां पहला टेस्ट बांग्लादेश ने 10 विकेट तो दूसरा टेस्ट 6 विकेट से आसानी से जीता।

अगले साल पाकिस्तान में चैंपियंस ट्रॉफी होनी है, लेकिन उसे लेकर भी भारत ने टेंशन दे रखी है। पाकिस्तान क्रिकेट की दुर्दशा का नजारा इस हद तक है कि पाकिस्तानी क्रिकेट फैन्स का गुस्सा चरम पर है।