नई दिल्ली (एजेंसी)। तृणमूल कांग्रेस के सांसद डेरेक ओ’ब्रायन ने राज्यसभा में डॉ. बीआर अंबेडकर पर की गई टिप्पणी को लेकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के खिलाफ विशेषाधिकार प्रश्न का नोटिस दायर किया है। ओ’ब्रायन ने आरोप लगाया कि शाह की टिप्पणी से डॉ. अंबेडकर की विरासत और सदन की गरिमा को ठेस पहुंची है।

डेरेक ओ’ब्रायन ने अमित शाह के बयानों को संसदीय मर्यादा का उल्लंघन बताते हुए उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग की। संविधान पर बहस के दौरान राज्यसभा में अमित शाह की टिप्पणी को लेकर विपक्षी सांसदों ने विरोध किया, जिसके बाद यह कदम उठाया गया।

विवाद तब शुरू हुआ जब अमित शाह ने राज्यसभा में संविधान पर बहस के दौरान विपक्ष पर कटाक्ष करते हुए कहा कि “अभी एक फैशन हो गया है – अंबेडकर, अंबेडकर, अंबेडकर। इतना नाम अगर भगवान का लेते तो सात जन्मों तक स्वर्ग मिल जाता।”

इस टिप्पणी पर कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की। लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने ट्वीट कर लिखा, “मनुस्मृति को मानने वालों को निश्चित तौर पर अंबेडकर जी से दिक्कत होगी।”

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने भाजपा और आरएसएस पर अंबेडकर के योगदान को कमजोर करने का आरोप लगाते हुए कहा कि “गृह मंत्री का बयान भाजपा और आरएसएस की अंबेडकर के प्रति नफरत को दर्शाता है।” खड़गे ने दावा किया कि “बीजेपी और आरएसएस संविधान की जगह मनुस्मृति लागू करना चाहते थे, जिसे अंबेडकर ने रोका।”