अगर वो कह देते, तो हम बेटे को बाहर भेज देते। हमारा तो झगड़ा भी नहीं था। राहुल प्यार करता था। वैसे उनकी लड़की से मिलता भी नहीं था। न जाने कैसे उस रात चला गया। तो क्या पीट-पीटकर मार ही डालेंगे। यह कहते हुए मां गोमती सिसकी भरने लगीं। वह उस राहुल शर्मा की मां हैं, जिसे उसकी गर्लफ्रेंड के परिवार ने पीट-पीटकर मार डाला। वह कहती हैं- मेरे तो घर का चिराग बुझ गया। हमारी चिता को आग देने वाला नहीं बचा। बुढ़ापे का सहारा था, अब कैसे और किसके सहारे जिएंगे।
दरअसल, इस कहानी की शुरुआत 22 सितंबर की रात को होती है। जब राहुल शर्मा अपने घर से सिर्फ 500 मीटर दूर अपनी गर्लफ्रेंड के घर मिलने चला जाता है। लड़की के पिता और भाई ने दोनों को एक साथ देख लिया। इसके बाद राहुल को घर के अंदर बंद करके पीटा गया। करीब 2.5 घंटे तक मारते रहे। लड़के के परिजन के आने के बाद भी दरवाजा नहीं खोला। फिर 2 घंटे तक कमरे में लहूलुहान हालात में बंद रखा गया। रात में ही परिवार राहुल को लेकर मेडिकल कॉलेज गए। मगर उसको बचाया नहीं जा सका।
मंगलवार रात को राहुल ने दम तोड़ दिया। इसके बाद पुलिस ने लड़की की मां और दो भाइयों को गिरफ्तार कर लिया। लड़की और पिता भागे हुए हैं। गुरुवार को दोनों की लोकेशन हमीरपुर मिलने के बाद कानपुर पुलिस की टीम वहां पहुंची। मगर पकड़ा नहीं जा सका।
आखिर वो कौन से हालात बने, जब राहुल को मार डाला गया? यह जानने के लिए दैनिक भास्कर की टीम ग्राउंड जीरो यानी कानपुर से लगभग 70 किमी दूर मूसेपुर गांव पहुंची। लड़के के घर तक गांव के लोगों ने ही पहुंचा दिया। वहां बाहर दो चारपाई दिखी। दरवाजा बंद था। बताया गया कि घटना के बाद से ही घर बंद है। अब वहां कोई नहीं रहता। इसके बाद हम पैदल राहुल के घर तक पहुंचे। यहां घर के बाहर बरामदे में कुछ महिलाएं रो रही थीं। हमें बताया गया कि यह राहुल की मां और बहनें हैं।
क्या हुआ और क्यों राहुल की जान ली गई? इस पर मां गोमती कहती हैं – अब सवर्ण हैं, वह लोग ओबीसी थे। हम लड़की को स्वीकार कर लेते, मगर वही लोग तैयार नहीं थे। 2 साल से राहुल उनकी लड़की से प्यार करता था। 6 महीने पहले लड़की के परिवार को इसका पता चला।
राहुल के पिता राजेंद्र प्रसाद घर के बरामदे पर पड़े हुए तख्त पर बैठे थे। उन्होंने कहा- राहुल बीती रात घर पर सो रहा था। इस दौरान वह पड़ोस में रहने वाले लड़की के घर पर कैसे पहुंचा? नहीं पता चल पाया। आधी रात को लड़की ही रोते हुए हमारे घर आई। उसने बताया कि मेरे पिता-भाई राहुल को पीट रहे हैं। उसने कहा कि उसको चलकर बचा लें।
हम लोग भागकर उसके घर तक पहुंचे। दरवाजा बंद था। हम बाहर से चिल्लाने लगे। काफी देर बाद दरवाजा खोला गया। अंदर कमरे के एक हिस्से में खून ही खून था। पास में राहुल बेसुध पड़ा था। अब हम राहुल को लेकर बाहर जाने लगे। मगर लड़की के घर वालों ने रोक लिया। कहा-सुनी होने लगी। उनकी बेटी पूजा ने पुलिस बुला ली। पुलिस ही एंबुलेंस से राहुल को मेडिकल कॉलेज लेकर गई। जहां मंगलवार रात को राहुल ने दम तोड़ दिया।
पहले घाटमपुर पुलिस ने मारपीट का मामला दर्ज किया था। राहुल की बहन पूजा शर्मा ने कहा – मेरा भाई बदहवास हालत में घर के अंदर कमरे में पड़ा हुआ था। मुझे क्या पता था कि मेरा भाई अब इस दुनिया में नहीं रहेगा। वह रो-रोकर कहती रही, अब रक्षाबंधन में किसे राखी बांधूंगी। राहुल तीन बहनों के बीच इकलौता भाई था।
घर से बाहर निकलने के बाद हमने गांव के लोगों से बात की। उन्होंने कहा – 2 साल से लव अफेयर चल रहा था। मगर जाति अलग-अलग थी, इसलिए विवाद हो रहा था। फिर भी दोनों घर वालों से छुप-छुपकर मिलते रहे। मंगलवार देर रात लड़की के परिजन बाहर गए हुए थे। इस दौरान लड़की ने लड़के को फोन कर अपने घर बुला लिया तभी पीछे से परिजन आ गए। लड़के को कमरे में बंद कर जमकर पीटा जिससे युवक की मौत हो गई।