व्यवस्था परिवर्तन अधिवक्ता संगठन ने राज्यपाल ज्ञापन भेजकर कानून व्यवस्था पर खड़े किए सवाल महिला अधिवक्ताओं ने सीएम से अभियुक्तों को फांसी की सजा दिलाए जाने की उठाई मांग
चौपाल संवाद, फतेहपुर
तीन दिन पूर्व सिविल कोर्ट कासगंज की महिला अधिवक्ता की नृसंश हत्या पर जिले के अधिवक्ताओं ने जोरदार विरोध किया। व्यवस्था परिवर्तन अधिवक्ता संगठन ने राज्यपाल को ज्ञापन भेजते हुए प्रदेश की कानून व्यवस्था पर सवाल उठाए और अधिवक्ता सुरक्षा बिल को जल्द से जल्द पारित कर कानून का रूप देने की मांग की। महिला अधिवक्ताओं ने मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजकर हत्याकांड के अभियुक्तों को फांसी की सजा देने की मांग की।
शुक्रवार को व्यवस्था परिवर्तन अधिवक्ता संगठन के अध्यक्ष श्रीराम पटेल एडवोकेट की अगुवाई में अधिवक्ता साथी कलेक्ट्रेट पोर्टिको पहुंचे और प्रदेश की बदहाल कानून व्यवस्था को लेकर विरोध प्रदर्शन किया। तत्पश्चात, एसडीएम के माध्यम से राज्यपाल को भेजे गए ज्ञापन में कहा गया कि हाल के समय में प्रदेश में लूट, हत्या, डकैती, अपहरण जैसी घटनाएं तेजी से बढ़ रही हैं। आमजन अपने को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। अधिवक्ता समाज भी इसी समाज का हिस्सा है, जो न्याय दिलाने का कार्य करता है।
ज्ञापन में यह भी कहा गया कि 30 सितंबर को सिविल कोर्ट कासगंज की महिला अधिवक्ता मोहिनी सिंह तोमर का कोर्ट गेट के पास अपहरण कर हत्या कर दी गई, जिनका शव 4 सितंबर को रजपुरा नामक नहर में मिला। उन्होंने मांग की कि मोहिनी सिंह तोमर के अपहरणकर्ताओं और हत्यारों को जल्द गिरफ्तार किया जाए, मामले की जांच सीबीआई से कराई जाए और अधिवक्ता सुरक्षा बिल को शीघ्र पारित किया जाए। इस मौके पर कई अधिवक्ताओं की उपस्थिति रही, जिनमें सै. आसिफ मकसूद, मो. शाहजहां, अजलाल अहमद फारूकी, रामकरन सिंह, हरिवंश सिंह, राम किशोर विश्वकर्मा, शैलेंद्र कुमार सिंह पटेल, आशीष गौड़, चंद्रमणि भास्कर, नरोत्तम सिंह सहित अन्य शामिल थे।
उधर, वरिष्ठ अधिवक्ता संतोष कुमारी शुक्ला के नेतृत्व में महिला अधिवक्ताएं कलेक्ट्रेट पहुंची और कासगंज की महिला अधिवक्ता की अपहरण कर हत्या किए जाने पर रोष जताया। उन्होंने मांग की कि मोहिनी तोमर अधिवक्ता की हत्या की जांच विशेष तरीके से कराई जाए और त्वरित कार्रवाई हो। उन्होंने अभियुक्तों को शीघ्र गिरफ्तार कर फांसी की सजा देने और महिला अधिवक्ताओं तथा अन्य महिलाओं की सुरक्षा के लिए स्पेशल सुरक्षा टीमों के गठन की मांग की। इस अवसर पर महिला अधिवक्ताओं में पूनम द्विवेदी, शाहीन, ममता अवस्थी, अनु तिवारी, ऐश्वर्या श्रीवास्तव, गुड़िया, नीलम द्विवेदी, सरोज, स्नेहा, वंदना तिवारी, महनाज खातून, वैष्णवी विश्वकर्मा आदि मौजूद रहीं।