फतेहपुर। कलेक्ट्रेट स्थित महात्मा गांधी सभागार में जिलाधिकारी/जिला निर्वाचन अधिकारी सी. इंदुमती की अध्यक्षता में मतदेय स्थलों के संभाजन के संबंध में बैठक संपन्न हुई। बैठक में राजनैतिक दलों के पदाधिकारियों एवं अधिकारियों ने भाग लिया। जिलाधिकारी ने भारत निर्वाचन आयोग के दिशा-निर्देशों का अक्षरशः पालन करते हुए मतदेय स्थलों के संभाजन का कार्य पूरा करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि एक मतदान केंद्र पर दो से अधिक मतदेय स्थल हों तो उनके यथा सम्भव 1400 मतदाता प्रति मतदेय स्थल पर समायोजित करने का प्रयास किया जाए ताकि मतदेय स्थलों की संख्या कम हो सके।
उन्होंने यह भी कहा कि ऐसे मतदेय स्थल जिन पर मतदाताओं की संख्या 300 से कम हो, उनका भौतिक एवं तार्किक विश्लेषण करते हुए यह देखा जाए कि क्या उन्हें किसी अन्य मतदेय स्थल के साथ समायोजित किया जा सकता है। यदि 300 से कम मतदाता वाले मतदेय स्थलों को बनाए रखना आवश्यक हो, तो प्रस्ताव में उनका स्पष्ट कारण दिया जाए। शहरी क्षेत्रों में नई आवासीय कॉलोनियों में नए पोलिंग स्टेशन बनाने के भी निर्देश दिए गए हैं।
पुराने और जर्जर भवनों में स्थित मतदेय स्थलों को स्थायी और सुरक्षित भवनों में स्थानांतरित किया जाएगा। साथ ही यह सुनिश्चित किया जाएगा कि पोलिंग स्टेशन की दूरी 2 किमी से अधिक न हो।
बैठक में अपर जिलाधिकारी (वित्त/राजस्व) अविनाश त्रिपाठी, अपर जिलाधिकारी (न्यायिक) धीरेन्द्र प्रताप, उप जिलाधिकारी सदर प्रदीप कुमार रमन, बिंदकी की अर्चना अग्निहोत्री, खागा के अजय कुमार पाण्डेय, भाजपा के कुलदीप भदौरिया, कांग्रेस के राजीव लोचन निषाद, सपा के कामता प्रसाद, बसपा के मो. आसिफ, सीपीआईएम के नरोत्तम सिंह, आप पार्टी के कमलाकांत मौर्या, निर्वाचन अधिकारी और अन्य कर्मचारी उपस्थित रहे।