कानपुर। कानपुर के घाटमपुर में लोगों को कांवड़ लेकर जाते देख एक पांच साल के बच्चे ने कांवड़ उठाने जाने की ज़िद पर अड़ गया। मां और पिता ने बच्चे को समझाने की काफी कोशिश की, पर वह नहीं माना। फिर बच्चे से कांवड़ उठवाकर 2 किलोमीटर दूर स्थित शिव मंदिर में पहुंच कर जलाभिषेक कराया। इसके बाद वह मां के साथ घर वापस लौट गया।
शिव मंदिर में पहुंच कर चढ़ाया जल:
घाटमपुर नगर के आछी मोहल्ला पश्चिमी निवासी रोहित एडवोकेट रहते हैं। घर पर उनकी पत्नी संध्या और बेटा देवांश है। देवांश नगर स्थित एक स्कूल में एलकेजी का छात्र है। मां संध्या ने बताया कि उनके घर के बाहर से कुछ लोग कांवड़ लेकर जा रहे थे। इस दौरान उनके बेटे ने कांवड़ियों को देखकर खुद कांवड़ उठाने की ज़िद शुरू कर दी। इस पर मैंने काफी समझाया कि कांवड़ बड़े लोग उठाते हैं, तुम अभी बहुत छोटे हो। पर देवांश कांवड़ उठाकर शिवलिंग पर जल चढ़ाने की ज़िद पर अड़ा रहा। पिता ने बेटे को समझाया कि कांवड़ लेकर शिवलिंग में जल चढ़ाया जाता है, इसके बाद पूजा करके अपने घर वापस आकर प्रसाद ग्रहण किया जाता है। जिस पर पांच वर्षीय देवांश राजी हो गया।
पिता ने बनाई कांवड़, मां ने बच्चे को किया तैयार:
बेटे के लिए माता-पिता कांवड़ बनाने में जुट गए। कांवड़ तैयार होने के बाद देवांश ने घर से शुद्ध जल लेकर मां कुष्मांडा देवी मंदिर की ओर निकल पड़ा। यहां पर देवांश ने शिवलिंग पर जलाभिषेक किया, फिर वापस लौट आया। वहीं रास्ते में बच्चे को देखकर लोग आश्चर्यचकित रह गए।