कानपुर। एबीवीपी कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी की मांग को लेकर नगर निगम कर्मचारी यूनियनों ने हड़ताल तेज कर दी है। गुरुवार को नगर निगम मुख्यालय में आम सभा के दौरान यूनियनों ने शहर की सफाई व्यवस्था को ठप करने और सड़कों पर जलने वाली स्ट्रीट लाइट्स को बंद करने का निर्णय लिया। हड़ताल के पहले दिन ही पूरे शहर में सफाई व्यवस्था पूरी तरह से ठप रही, जबकि जोनल कार्यालय भी बंद रहे। जलकल विभाग में भी काम बंद कर दिया गया, हालांकि पानी की आपूर्ति अभी जारी है। हड़ताल के कारण उत्पन्न स्थिति को देखते हुए शहर में भारी पुलिस बल तैनात किया गया है।
यूनियन नेताओं ने सफाई कर्मचारियों को निर्देश दिया कि अगर कोई सफाई के लिए कहे, तो उसे उठाकर पटक देना और बाकी जो होगा देखा जाएगा। शुक्रवार को सभी सफाई कर्मचारियों को फिर से मुख्यालय में एकत्र होने के लिए कहा गया है। कर्मचारियों ने चेतावनी दी कि अगर एबीवीपी कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी नहीं हुई, तो नगर निगम के स्कूल भी बंद कर दिए जाएंगे।
नगर आयुक्त सुधीर कुमार के कार्यालय में मंगलवार शाम को हंगामा करने वाले अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के 13 कार्यकर्ताओं के खिलाफ नगर निगम ने एफआईआर दर्ज कराई है। इन पर सरकारी कार्य में बाधा डालने, सरकारी अधिकारियों और कर्मचारियों से अशोभनीय व्यवहार करने और गाली-गलौज करने का आरोप है। एफआईआर में एबीवीपी के संगठन मंत्री अशुतोष, प्रांजल, निशांत, गुंजन, दिग्विजय, वैभव शुक्ला, माधव राजपूत, कौशिक दुबे, राघवेंद्र दीक्षित, आशीष सिंह, शोभित भदौरिया, पीयूष पांडेय, और हरीश चौहान के नाम शामिल हैं।
हड़ताल के कारण नगर निगम मुख्यालय और सभी जोनल कार्यालयों में कामकाज दो दिनों से पूरी तरह ठप है। अधिकारी, कर्मचारी और यूनियन के नेता लगातार विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं और एबीवीपी कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं। यूनियन नेताओं ने घोषणा की है कि अगर गिरफ्तारी नहीं हुई, तो शुक्रवार से शहर की सभी जरूरी सेवाएं ठप कर दी जाएंगी।