कानपुर। कानपुर के उर्सला अस्पताल में मरीज की छुट्टी नहीं करने पर तीमारदारों ने 2 डॉक्टरों को जमकर पीटा। सोमवार रात युवक डॉक्टर को ढूंढते हुए हॉस्टल पहुंचे। फिर वहां डॉक्टर की पिटाई करने के बाद घसीटते हुए ब्लड बैंक की तरफ ले गए। यहां भी जमकर मारपीट की। बीच-बचाव करने पहुंचे दूसरे डॉक्टर को भी पीट-पीटकर लहूलुहान कर दिया। जब तक पुलिस नहीं पहुंची, जमकर युवकों ने हंगामा किया। पुलिस ने मौके से एक आरोपी को हिरासत में लिया है। पूरी घटना सीसीटीवी में कैद हुई है।
सोमवार को मोहम्मद कमल नाम का एक मरीज उर्सला अस्पताल पहुंचा। वह एनीमिया से पीड़ित था। मरीज डॉ. गौतम जैन के अंडर में भर्ती किया गया। रात में डॉ. राहुल गायकवाड़ राउंड पर थे। तभी मोहम्मद कमल का बेटा जबरदस्ती उसकी छुट्टी करने की बात कहने लगा। इस पर डॉ. राहुल ने कहा कि सीनियर डॉक्टर से बात करके बताते हैं। डॉ. राहुल का आरोप है, तभी तीमारदार के बेटे ने अंकित पांडेय को फोन लगाया और उसको मौके पर बुला लिया। अंकित पांडेय ने पहले वार्ड में ही गाली-गलौज की और कॉलर पकड़ लिया। इसके बाद मैं उसे धक्का देकर अपने हॉस्टल की तरफ भाग गया। थोड़ी देर बाद अंकित अपने 8-10 साथियों के साथ हॉस्टल पहुंच गया और वहां पर भी मारपीट करने लगा। वहां से मैंने किसी तरह से जान बचाकर भागने की कोशिश की, तो उन लोगों ने मुझे पकड़ लिया। फिर ब्लड बैंक की तरफ ले आए। इसके बाद वहां भी उन्होंने मुझे पीटा। वहां रखे डस्टबिन से मारा। जेब में रखे कुछ पैसे भी लूट ले गए।
मारपीट की जानकारी होने पर सीनियर डॉ. प्रदीप मौर्या पहुंचे। इस पर युवकों ने मिलकर उन्हें भी जमकर पीटा और फिर सिर फोड़ दिया। इससे वह भी लहूलुहान होकर वहीं गिर पड़े। इसी बीच किसी ने घटना की जानकारी पुलिस को दे दी। जैसे ही 112 की गाड़ी अस्पताल परिसर में पहुंची, युवक भाग निकले। पुलिस ने मौके से एक युवक को हिरासत में ले लिया।
डॉक्टरों के मुताबिक, अंकित पांडेय के पिता मनोज कुमार पांडेय अस्पताल में टेक्नीशियन के पद पर कार्यरत हैं। इसके अलावा अन्य जो लड़के हैं, उनके भी परिजन भी अस्पताल परिसर में किसी न किसी पद पर काम करते हैं। परिसर में ही बने क्वार्टर में रहते हैं। डॉक्टरों का ये भी आरोप है कि ये लोग आए दिन किसी न किसी के साथ बदसलूकी करते रहते हैं।