फतेहपुर। पवित्र सावन माह के दूसरे सोमवार के एक दिन पहले रविवार को हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी हसवा, बिलंदा, शंकर पुरवा सहित कई गांवों के सैकड़ों की संख्या में कांवड़िया बमबोले के जयकारों के साथ हसवा ट्रांसफार्मर चौराहा पर दोपहर बाद एकत्र हुए। छोटे-बड़े सभी दुकानदारों ने कांवड़ियों का मुंह मीठा करवाया। कांवड़ियों को जलपान व शर्बत भी पिलाया गया।

इसके बाद सैकड़ों की संख्या में कांवड़िया बमबोले के जयकारों और डीजे तथा ढोल बाजा की धुन में पैदल धीरे-धीरे आगे बढ़ते हुए बस स्टॉप पहुंचे और बस स्टॉप से होते हुए हसवा मोड़ नेशनल हाईवे पहुंचे। हसवा में जगह-जगह कांवड़ियों पर पुष्प वर्षा हुई। हाईवे में आगे बढ़ते हुए कांवड़िया बिलंदा पूर्वी बाईपास से होते हुए बिलंदा चौराहा पहुंचे, जहां कांवड़ियों को जलपान कराया गया।

इसके बाद कांवड़िया बिलंदा के पश्चिमी बाईपास के आनंदी माता मंदिर के पास से होते हुए नेशनल हाईवे पहुंचे और धीरे-धीरे लखनऊ बाईपास से गंगाजी भिटौरा घाट के लिए रवाना हो गए, जहां रात्रि विश्राम करेंगे। भिटौरा के ओमघाट में कांवड़ियों के विश्राम के दौरान हसवा के ग्रामीण भोजन आदि लेकर ओमघाट जाएंगे और सभी को रात्रि भोजन करवाएंगे। भोजन की व्यवस्था ट्रांसफार्मर चौराहा के आसपास के दुकानदार और अन्य ग्रामीण एक दूसरे के सहयोग से करेंगे।

दोआबा के गंगा घाट में रविवार की रात 12 बजे के बाद कांवड़िया स्नान करेंगे और जल लेकर पैदल फतेहपुर के सिद्धपीठ तांबेश्वर मंदिर के लिए निकलेंगे। मंदिर के बाहर लगी लंबी कतार में घंटों से भी अधिक समय लगने के बाद मंदिर के अंदर पहुंचकर जलाभिषेक करेंगे। इसके बाद अपने-अपने घर के लिए प्रस्थान करेंगे।

इस मौके पर हसवा चौकी इंचार्ज सुमित देव पांडेय, सिपाही राम उजागर मिश्रा, संदीप कुमार सहित अन्य पुलिस फोर्स के साथ तैनात रहे।